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अलविदा २०२० को यारो

मनमोहन पालीवाल
कांकरोली, (राजस्थान)

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२०२० ने हमें रूलाया है
काफी ज़ख़्मो को पाया है

महामारी है ये यारो
अपनो से भी बिछुड़ाया है

कोरोनो ने सताया भी तो
घर मे रहना सीखाया है

दो गज रख दूरियां अपनी
ऑखो से सब कुछ पाया है

गम हो या जश्न अपनो ने
हमे आकर भी उठाया है

खो गए नाते रिश्ते हमारे
मोबाइल ने फिर जगाया है

मंज़िल के आगे तूफां हारते
मास्क ने हमें सिखाया है

गर इरादे पक्के सामने हो
मुश्किल को आसां बनाया है

अलविदा २०२० को यारो
मोहन २०२१ अब आया है

परिचय :- मनमोहन पालीवाल
पिता : नारायण लालजी
जन्म : २७ मई १९६५
निवासी : कांकरोली, तह.- राजसमंद राजस्थान
सम्प्रति : प्राध्यापक
घोषणा पत्र : मैं यह प्रमाणित करता हूँ कि सर्वाधिकार सुरक्षित मेरी यह रचना, स्वरचित एवं मौलिक है।


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