नन्दलाल मणि त्रिपाठी
गोरखपुर (उत्तर प्रदेश)
********************
धन्य धन्य हे माता जगरानी
बदरका भावरा की माटी का
कण कण धन्य।।
कोख और माटी ने मिलकर
भारत को दिया अनमोल रत्न
पंडित सीताराम पिता गौरव पल।।
जुलाई तेईस सन ऊँन्नीस सौ छः
माँ भारती का लाल चन्द्रशेखर
आजाद जन्म।।
लालन पालन सत्य सनातन
नित्य निरंतर संस्कृति संस्कार
अन्याय अत्याचार का प्रतिकार
पुरुषार्थ।।
भारत के जन-जन घुट-घुट कर जीता
जाता परतंत्रता की पीड़ा का घूंट
पिता जाता समय काल प्रतीक्षा।।चंद्रशेखर नाम दिया मां बाप ने
आज़ाद स्वय का दिया नाम
राष्ट्र के अन्तर्मन की वेदना आज़ादी
की चाह।।
आजादी के संकल्पों प्रतिज्ञा
पराक्रम का स्वयं आज़ाद जन
जन के भाँवो का प्रतिबिंब प्रतीक
आजाद।।
युवा उमंग उत्साह ऊर्जा हुंकार
नौजवानों की टोली जैसे राष्ट्र
अस्मत की रक्षा के जवान।।भगत सिंह राज गुरु बिस्मिल
असफाकउल्लाह खान युवा
राष्ट्र पर मर मिटने का जज्बा
जवान।।आजाद की युवा शक्ति का
युद्व आगाज़ काकोरी कांड
गोरों की खुफिया सैन्य शक्ति
बेकार।।लंदन असेम्बली बम फेंका
गोरों के अहंकार को चकनाचूर
चूर किया आज़ाद की संगठन
शक्ति का कमाल।।जब जब राष्ट्र करता अपनी
गर्जना सर उठाते गद्दार
इलाहाबाद अल्फ्रेड पार्क
गद्दारी का साक्षात प्रमाण।।आजाद घिर गए अकेले
नही इल्म और अंदाज़ नही
पता था कलयुग में पग पग
पर विभीषण मुश्किल चुनौती
चट्टान।।हार नही मानी लड़ते रहे
अकेले जब गोली सिर्फ एक
बची दिखता नही कोई राह।।संकल्प प्रतिज्ञा दृढ़ता का
आज़ाद जीवन भर आज़ाद
गोरों के छक्के छुड़ा दिया।।घाटघाट का पानी पीते गोरे बेहाल
आज़ाद न आये हाथ।।अपनी ही गोली को किया आत्म
साथ मां भारती को किया प्रणाम।।महाप्रयाण की पीड़ा माँ भारती के
आजादी का ख्वाब रह गया अधूरा
कर ना सका पूरा।।चंद्रशेखर आज़ाद भारत की आज़ादी
संघर्षों का मिशाल मशाल युवा प्रेरणा
जीवेत जाग्रतं युवा शक्ति प्रवाह।।
परिचय :- नन्दलाल मणि त्रिपाठी
साहित्यिक उप नाम : पीताम्बर
सम्प्रति : प्रचार्य
संस्थान : भारतीय जीवन बीमा निगम
जन्म स्थान : गोरखपुर
निवास : खोराबार जनपद- गोरखपुर (उत्तर प्रदेश)
भाषा ज्ञान : हिंदी, संस्कृत, अंग्रेजी, बंग्ला
ज्ञान शैक्षिक स्तर : स्नातकोत्तर तक सभी बिषयों के अध्यापन क़ि योग्यता
समाजिक गतिविधि : १- युवा संवर्धन संरक्षण २- बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ ३- महिला सशक्तिककर्ण ४- विकलांग अक्षम लोंगो के लिये प्रभावी परिणाम परक सहयोग।
लेखन विधा : कविता, गीत, ग़ज़ल, उपन्यास, कहानी आदि।
प्रकाशितकृति : एहसास रिश्तों का प्रकाशित, शुभा का सच उपन्यास और शौर्य का शंखनाद प्रकाशन स्तर पर। पच्चीस साझा संकलन अध्ययन एव अतिरिक्त ज्ञान : आधुनिक ज्योतिष विज्ञानं
योग्यता : वक्ता एवं प्रेरक
सम्मान : दो अंतरराष्ट्रीय सम्मान, दो सौ राष्ट्रीय सम्मान बिभिन्न स्तरों पर विभिन्न संगठनों द्वारा।
घोषणा पत्र : मैं यह प्रमाणित करता हूँ कि सर्वाधिकार सुरक्षित मेरी यह रचना, स्वरचित एवं मौलिक है।
आप भी अपनी कविताएं, कहानियां, लेख, आदि राष्ट्रीय हिन्दी रक्षक मंच पर अपने परिचय एवं छायाचित्र के साथ प्रकाशित करवा सकते हैं, राष्ट्रीय हिन्दी रक्षक मंच पर अपनी कविताएं, कहानियां, लेख, आदि प्रकाशित करवाने हेतु अपनी कविताएं, कहानियां, लेख, हिंदी में टाईप करके हमें hindirakshak17@gmail.com पर अणु डाक (मेल) कीजिये, अणु डाक करने के बाद हमे हमारे नंबर ९८२७३ ६०३६० पर सूचित अवश्य करें …🙏🏻
आपको यह रचना अच्छी लगे तो साझा अवश्य कीजिये और पढते रहे hindirakshak.com राष्ट्रीय हिन्दी रक्षक मंच से जुड़ने व कविताएं, कहानियां, लेख, आदि अपने चलभाष पर प्राप्त करने हेतु राष्ट्रीय हिन्दी रक्षक मंच की इस लिंक को खोलें और लाइक करें 👉 hindi rakshak manch 👈… राष्ट्रीय हिन्दी रक्षक मंच का सदस्य बनने हेतु अपने चलभाष पर पहले हमारा चलभाष क्रमांक ९८२७३ ६०३६० सुरक्षित कर लें फिर उस पर अपना नाम और कृपया मुझे जोड़ें लिखकर हमें भेजें…🙏🏻.