Friday, November 22राष्ट्रीय हिन्दी रक्षक मंच पर आपका स्वागत है... अभी सम्पर्क करें ९८२७३६०३६०

पिता का घना साया

प्रीति जैन
इंदौर (मध्यप्रदेश)

********************

जीवन की उजली धूप में,
पिता का घना साया
पीपल की घनी छांव,
कड़ी धूप में शीतल छाया

दुख के बादलों में गर,
कभी तुम घिर जाओ
डगमग डगर जीवन की,
राह चलते तुम गिर जाओ
उंगली थाम के तुम्हारे
पिता ने ही मंजिल तक पहुंचाया

दिन रात करके मेहनत,
करते वो हर जिद्द पूरी
चाहे कुछ भी हो फरमाइश,
तुम्हारी ख्वाहिश ना रहे अधूरी
पेट औलाद का भर के,
खुद भूखे पेट है सोया

हर पिता चाहे अपने
बच्चों का भविष्य संवारना
जिंदगी के हर सुख दुख से
बच्चों को रूबरू कराना
गोद में बिठा प्यार से,
जीवन का गणित समझाया

नरम दिल रखते सीने में,
ऊपर से वो है सख्त
पिता ही मजबूत आधार,
चाहे समझो कड़वा
नीम का दरख़्त
मिठास भर दे जीवन में,
बरगद सी वो विशाल काया

आज तलक दुनिया में सिर्फ
मां की ही होती महिमा
गीत गजल कविताओं में,
ना कभी बखाणी पिता की गरिमा
हर बात को कर दिल में दफन,
दुनिया का हर बोझ उठाया

लगती सबको मां नरम दिल,
जग में दिखती पिता की सख्ती
जीवन की सांझ तक मिले आशीष,
बन जाए तुम्हारी हस्ती
जीवन संवर जाए तुम्हारा,
मां सा दर्द ना पिता बांट पाया

परिचय :- प्रीति धीरज जैन
निवासी : इंदौर (मध्यप्रदेश)
घोषणा पत्र : मैं यह प्रमाणित करती हूँ कि सर्वाधिकार सुरक्षित मेरी यह रचना, स्वरचित एवं मौलिक है।


आप भी अपनी कविताएं, कहानियां, लेख, आदि राष्ट्रीय हिन्दी रक्षक मंच पर अपने परिचय एवं छायाचित्र के साथ प्रकाशित करवा सकते हैं, राष्ट्रीय हिन्दी रक्षक मंच पर अपनी कविताएं, कहानियां, लेख, आदि प्रकाशित करवाने हेतु अपनी कविताएं, कहानियां, लेख, हिंदी में टाईप करके हमें hindirakshak17@gmail.com पर अणु डाक (मेल) कीजिये, अणु डाक करने के बाद हमे हमारे नंबर ९८२७३ ६०३६० पर सूचित अवश्य करें …🙏🏻

आपको यह रचना अच्छी लगे तो साझा अवश्य कीजिये और पढते रहे hindirakshak.com राष्ट्रीय हिन्दी रक्षक मंच से जुड़ने व कविताएं, कहानियां, लेख, आदि अपने चलभाष पर प्राप्त करने हेतु राष्ट्रीय  हिन्दी रक्षक मंच की इस लिंक को खोलें और लाइक करें 👉 👉 hindi rakshak manch  👈… राष्ट्रीय हिन्दी रक्षक मंच का सदस्य बनने हेतु अपने चलभाष पर पहले हमारा चलभाष क्रमांक ९८२७३ ६०३६० सुरक्षित कर लें फिर उस पर अपना नाम और कृपया मुझे जोड़ें लिखकर हमें भेजें…🙏🏻.

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *