डॉ. भावना सावलिया
हरमडिया (गुजरात)
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सारे विश्व में कोरोना के कहर ने हंगामा मचा दिया है। अंबर और अवनि पर सन्नाटा छाया हुआ है। प्रदूषण फूँकते वाहन के पहिए थम गये हैं। सड़कों, दुकानों, मोल, शाला-कॉलेजों, ऑफिसों, कंपनियों, उद्योगों, मण्डी-बाजारों, आदि भीड़ वाले स्थान एक ही रात के आह्वान से कुछ ही घंटों में शून्य सा नजर आ गया है। सामाजिक, राजनीतिक, धार्मिक, सांस्कृतिक वातावरण के साथ ही प्राकृतिक वातावरण भी शांत हो गया है। लोग अपनी, परिवार की और देश की जान बचाने के लिए अपने घरों में बैठकर देश को सहयोग दे रहे हैं। लोगों में निरंतर सावधानी जागृत करने के लिए इलेक्ट्रॉनिक मीडिया, सोशल मीडिया के माध्यम से मीडिया कर्मी सतत सूचना देते रहते हैं।
लोगों को मुश्किलें कम हो इसके लिए जितना हो सके उतना समाज सेवकों और सरकार द्वारा खयाल रखा जाता है। लोगों की जान बचाने के लिए अपनी जान, अपने परिवार की परवाह किए बिना हमारे देश के कर्मठ, समर्पित डॉक्टर्सं, नर्सिस, जवानों, पोलिस कर्मियों, समाज सेवकों, सफाई कामदारों, राज-नेताओं, साधु संतों आदि लोग प्रत्यक्ष-अप्रत्यक्ष अपना योगदान दे रहे हैं।
लोकडाउन से वाहन व्यवहार बंद हो जाने से वातावरण प्रदूषण मुक्त होने लगा है। सबसे बड़ा फायदा यह हुआ की कोई एक्सीडेंट में नहीं मर रहा है, किसी की हत्या नहीं होती है। अस्पताल में सामान्य रोगियों की संख्या कम हो गई हैं। व्यक्तिगत और पारिवारिक खर्च में कमी आ गयी है। नशा-व्यसन करनेवालों की आदतें सुधरने लगी है। बिनावश्यक पेट्रोल-डीजल का, बाहर की पार्टी का, थियेटर में जाने का, बिन जरूरी शोपिंग का, घूमने आदि के खर्च में कमियाँ आने से बचत हुई है और परिवार का महत्व बढ़ा है। हाँ आर्थिक नुकसान जरूर हुआ है, पर इससे अधिक महत्व परिवार का होने से, अर्थ की तो हम भरपाई कर लेंगे।
सामाजिक दूरियों से परिवार दिल से नजदिक आया है, एक दूसरे की भावना समझ में आयी है। निरंतर कामों में और आर्थिक उपार्जन में उलझे हुए सदस्य आज सही मायने में परिवार में अपनी पहचान बना पाया है। आज वह पूरा दिन अपने परिवार से समर्पित होने से सुकून प्राप्त करता है। देखो लोक डाउनलोड से नुकसान कम हुआ है। इसने संयम सिखाया है। तिमिर और प्रकाश से, सुख-दुख से ही हमारा सही निर्माण होता है। हम सब एक-दूसरे के बने रहें, सबको साथ देते और निभाते रहें, मंगल कामनाएँ करते रहें, ऐसी मंगल भावना के साथ हमारा देश और विश्व सलामत रहें।
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परिचय :– डॉ . भावना नानजीभाई सावलिया
माता : वनिता बहन नानजीभाई सावलिया
पिता : नानजीभाई टपुभाई सावलिया
जन्म तिथि : ३ अप्रैल १९७३
निवास : हरमडिया, राजकोट सौराष्ट्र (गुजरात)
शिक्षा : एम्.ए, एम्.फील, पीएच. डी, जीएसईटी
सम्प्रति : अध्यापन कार्य, आर्टस कॉलेज मोडासा, जि. अरवल्ली, गुजरात
प्रकाशित रचनाएँ : ४० से अधिक पद्य रचनाएँ प्रकाशित, नेशनल और इंटरनेशनल पत्र-पत्रिकाओं में ३५ से अधिक शोध -पत्र प्रकाशित ।
प्रकाश्य पुस्तकें : “हमसफ़र “स्व रचित कविता संग्रह प्रकाश्य, साहित्यिक बिंदू “ आलोचनात्मक ग्रंथ प्रकाश्य, “महादेवी वर्मा के गद्य साहित्य का तात्विक विवेचन“ पुस्तक प्रकाश्य।
प्रकाशित पुस्तकें : ‘महादेवी वर्मा के समग्र साहित्य में नारी चेतना’ २०१३, ‘कविता सागर ‘ काव्य संग्रह २०१७
अंतर्राष्ट्रीय अवार्ड :
१.विश्व हिन्दी लेखिका मंच द्वारा ‘महादेवी वर्मा मेमोरियल अवार्ड’ इन्दौर २०१९
२. अंतरराष्ट्रीय सोशल मीडिया मैत्री सम्मेलन ‘विशिष्ट प्रतिभा सम्मान’ भीलवाड़ा राजस्थान २४/२५/दिसम्बर
३.“अग्निशिखा “ साहित्य गौरव सम्मान, मुंबई २४/२५/दिसम्बर २०१९
४. “साहित्य शिरोमणि सम्मान” अन्तरराष्ट्रीय सम्मान वर्धा, ८ मार्च, २०२०
राष्ट्रीय अवार्ड :
१.’साहित्य श्री’ सम्मान नासिक (‘कविता सागर’ काव्य संग्रह को) २०१९
२. ‘महादेवी वर्मा के समग्र साहित्य में नारी चेतना‘ पुस्तक को ‘राष्ट्र संत तुकडोजी महाराज नेशनल अवार्ड जलगाँव – २०१३
३. गंगा ज्ञानेश्वरी गौरव, जलगांव – २०१५
४. ‘कविता सागर’ काव्य संग्रह को राष्ट्रीय स्तर पर द्वितीय स्थान पर राष्ट्रीय अमृतादित्य गोरव अवार्ड, जलगांव २०१८
प्राप्त सम्मान :
(१) ज्ञाति प्रतिभा सम्मान जामनगर, सौराष्ट्र – २०१३
(२) लेखन प्रतिभा सम्मन , जामकंडोरणा ,सौराष्ट्र -२०१४
(३) सारस्वत सम्मान राजकोट, सौराष्ट्र – २०१७
(४) विश्व हिन्दी साहित्यकार मंच द्वारा ‘ मातृभूमि सम्मान ‘- २०१९
(५) राष्ट्रीय कवि चौपाल कोटा, शाखा राजस्थान – “तुम आये” शीर्षक कविता प्रतियोगिता का प्रथम पुरस्कार से सम्मानित -दिनांक : १/९/२०१९
(६) राष्ट्रीय कविता चौपाल कोटा शाखा- राजस्थान- “किताबें”शीर्षक कविता प्रतियोगिता का श्रेष्ठ सृजन सम्मान पुरस्कार से सम्मानित- ८/९/२०१९
(७) हिन्दी साहित्य सेवा मंच द्वारा श्रेष्ठ दोहा सृजन के लिए सम्मान १४/९/२०१९
(८) राष्ट्रीय कविता चौपाल कोटा, शाखा- राजस्थान “ रोजगार” शीर्षक कविता प्रतियोगिता का प्रथम पुरस्कार से सम्मानित : २२/९/२०१
(९) राष्ट्रीय कविता चौपाल कोटा शाखा-राजस्थान “ परमात्मा “ शीर्षक कविता प्रतियोगिता का श्रेष्ठ सृजन के लिए सम्मान : १३/१०/२०१९
(१०) राष्ट्रीय कविता चौपाल कोटा शाखा राजस्थान –“प्रदूषण” शीर्षक कविता प्रतियोगिता का श्रेष्ठ सृजन पुरस्कार से सम्मानित १०/११/२०१९
(११) अखिल हिन्दी साहित्य सभा नासिक : “कविता सागर” काव्य संग्रह को साहित्य श्री सम्मान :२०१९
(१२) राष्ट्रीय कविता चौपाल कोंटा ‘भाईचारा” शीर्षक कविता प्रतियोगिता में तृतीय पुरस्कार से सम्मानित :१/१२/२०१९
(१३) राष्ट्रीय कवि चौपाल कोटा ‘ हमसफ़र’ शीर्षक कविता प्रतियोगिता में प्रथम पुरस्कार से सम्मानित १५/१२/२०१९
(१४) राष्ट्रीय कवि चौपाल कोटा “ओस की बूँदें “शीर्षक कविता प्रतियोगिता में प्रथम पुरस्कार से सम्मानित २९/१२/२०२०
(१५) राष्ट्रीय कवि चौपाल कोटा “समय” शीर्षक कविता प्रतियोगिता में द्वितीय पुरस्कार से सम्मानित १२/१/२०२०
(१६) राष्ट्रीय कवि चौपाल कोटा “हमारा गणतंत्र” शीर्षक कविता प्रतियोगिता में प्रथम पुरस्कार २६/१/२०२०
(१७) राष्ट्रीय कवि चौपाल कोटा “सहारा”शीर्षक प्रतियोगिता कविता में तृतीय पुरस्कार से सम्मानित १५/३/२०२०
(१८) राष्ट्रीय कवि चौपाल कोटा “प्रर्थना” शीर्षक कविता प्रतियोगिता में श्रेष्ठ सृजन पुरस्कार से सम्मानित २९/३/२०२०
काव्य मंच :
* राष्ट्र संत तुकडोजी महाराज साहित्यिक संस्था जलगांव
* हिन्दी साहित्य गंगा महोत्सव जलगांव
* राष्ट्रीय अमृतधारा साहित्य महोत्सव जलगांव
* महादेवी वर्मा स्मृति कवयित्री सम्मेलन इन्दोर
* अखिल हिन्दी साहित्य सम्मेलन नासिक
सेमिनार :
४० से अधिक सेमिनार में शोध-पत्र प्रस्तुत
अन्य क्षेत्र में प्राप्त उपलब्धियों का विवरण :
(१) अखिल भारतीय कवयित्री सम्मेलन खुरजा में सदस्य – २०१०
(२) आकाशवाणी रेडियो राजकोट स्वर भाषा निर्णायक समिति की सदस्य – २०१८
(३) अखिल हिन्दी साहित्य सभा नासिक की सदस्य
(४) अमृतधारा फाउंडेशन जलगाँव की सदस्य
(५) आकाशवाणी रेडियो राजकोट सौराष्ट्र में विभिन्न विषयों पर रेडियो टोक
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