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कोरोना वियोग

एम एल रंगी
पाली राजस्थान

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हम इधर है और वो उधर है,
कोरोना के कारण मिलन दूभर है ….!!
करे तो करे भी क्या इस लॉक डाउन में,
वियोग इधर है तो इंतजार उधर है …!!
दोनों और पलता है प्रेम,
इस घोर विकट घड़ी में अथाह … …!!
मन मे मिलन की है पराकाष्ठा,
पर संक्रमण काल मेअधूरी है चाह . .!!
लॉक डाउन बाद खुलेगी शायद,
मिलन की कोइ न कोई राह .. ….!!
होगी नजरे इनायत भी और,
उमड़ेगा पारावार प्रेम का अथाह . …!!
होंगें फिर प्यासे दिलो के,
गिले-शिकवा भी दूर सभी ……..!!
खाएंगे कसमे की, विकट हालातों में,
फिर रहेंगे न दूर कभी ………….!!!
हाँ मितवा रहेंगे न दूर कभी …..!!!

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परिचय :-  एम एल रंगी,
शिक्षा : एम. ए., बी. एड.
व्यवसाय : अध्यापक
जन्म दिनांक : २३/०६/१९६५
निवासी : सांवलता, जिला. – पाली राजस्थान

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