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आओ मिल कर देश बचाऐं … गीत

रचयिता : लज्जा राम राघव “तरुण”

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आओ मिल कर देश बचाऐं …

आओ मिल कर देश बचाऐं।
देश बंटा वादों के अन्दर,
ठाठें मारे द्वेष समंदर,
अन्तर्मन की प्रीत निचोडें,
देश-प्रेम की ज्योति जलाऐं।
आओ मिलकर देश बचाऐं।

मत पड़ाव को समझो मंजिल,
लक्ष्य न हो आंखों से ओझल,
राह दिखाने घोर तिमिर में,
बुझी मसालों को सुलगाऐं।
आओ मिलकर देश बचाऐं।

फिर पीछे से वार किया है,
मां का दामन तार किया है,
अटल विजय का वज्र बनाने,
बन दधिचि हड्डियां गलाऐं।
आओ मिलकर देश बचाऐं।

बैठो मत कर लो तैयारी,
दिल पर चोट लगी है भारी,
सब्र नहीं मत रखो उधारी,
रिपु को सूद सहित लौटाऐं।
आओ मिलकर देश बचाऐं।

उठो देश के वीर जवानो,
अपनी ताकत को पहचानो,
बिन आहुति के यज्ञ अधूरा,
बलिवेदी पर शीचढ़ाऐं।
आओ मिलकर देश बचाऐं।

लेखक परिचय :-  नाम :- लज्जा राम राघव “तरुण” जन्म:- २ मार्च १९५४
शिक्षा :- एम. ए. (हिंदी अंग्रेजी) बी. एड.,बी. ए. (हिंदी ऑनर्स) लेखन:- कविता, लघु कथा, कहानियां, गजल देश की विभिन्न प्रतिष्ठित पत्र-पत्रिकाओं में प्रकाशित ।
प्रकाशन :- “आंखें देखी लघु कथाएं” लघुकथा संग्रह, “रुको तो सही एक बार” काव्य संग्रह, “आग़ाज़” गजल संग्रह।
पुरस्कार :- १. वर्ष २००४ में “महाराष्ट्र दलित साहित्य अकादमी” द्वारा “प्रेमचंद पुरस्कार”
२. २००८ में शिक्षा क्षेत्र व दहेज विरोधी आंदोलन में उत्कृष्ट कार्यो के लिए “दहेज विरोधी सम्मान”
३. शिक्षा के क्षेत्र में डीएवी संस्था द्वारा सम्मान पत्र
४. २६ जनवरी २०१२ को शिक्षा के क्षेत्र, व जनसंख्या कार्य में उत्कृष्टता के लिए जिला प्रशासन व हरियाणा सरकार द्वारा “रजत- पदक” से सम्मानित
५. १५ अगस्त २०१३ को शिक्षा के क्षेत्र व अन्य कार्यों में उत्कृष्टता के लिए हरियाणा सरकार द्वारा “राष्ट्रपति रजत-पदक” व “प्रशंसा- पत्र” से सम्मानित।
६. २०१४ में शिक्षा व साहित्य के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्यो के लिए “भगत श्री मेवालाल मेमोरियल ट्रस्ट” द्वारा “राष्ट्र निर्माता सम्मान” से सम्मानित।
७. २०१७ में आर .डब्ल्यू.ए. सेक्टर- ५५ फरीदाबाद द्वारा “फरीदाबाद गौरव” सम्मान
८. २०१८ में सर्व भाषा ट्रस्ट नई दिल्ली द्वारा “सूर्यकांत त्रिपाठी निराला सम्मान” से सम्मानित । संप्रति:- हरियाणा शिक्षा विभाग से प्रवक्ता अंग्रेजी के “राज प्रत्रित” पद से सेवानिवृत्ति के बाद स्वतंत्र लेखन।

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