नव वर्ष
डॉ. भगवान सहाय मीना
जयपुर, (राजस्थान)
********************
केसर रोली अक्षत से,
सजा लिया है थाल।
तिलक करूं में हर्ष से,
नये साल के भाल।
अभिनंदन नव वर्ष का,
नव उमंग के साथ।
ले नया संकल्प सभी,
आज उठा कर हाथ।
स्वर्णिम उषा की किरणें,
चमक रही है लाल।
मंगल गायन हो रहे,
देख शुभ घड़ी शुभ साल।
नव किरण नव उजास से,
पोषित हो नव भोर।
जीव जगत आनंद मय,
हर्षित हो चहुंओर।
जीवन में यश खुब मिलें,
मंगल मय अति हर्ष।
मन आंगन में सब करें,
अभिनंदन नव वर्ष।
परिचय :- डॉ. भगवान सहाय मीना (वरिष्ठ अध्यापक राजस्थान सरकार)
निवासी : बाड़ा पदम पुरा, जयपुर, राजस्थान
घोषणा पत्र : मैं यह प्रमाणित करता हूँ कि सर्वाधिकार सुरक्षित मेरी यह रचना, स्वरचित एवं मौलिक है।
आप भी अपनी कविताएं, कहानियां, लेख, आदि राष्ट्रीय हिन्दी रक्षक मंच पर अपने परिचय एवं छायाचित्र के सा...