तुम्हारी याद जब आती
ओमप्रकाश सिंह
चंपारण (बिहार)
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तुम्हारी याद जब आती
तड़प आंसू बहाता हूँ।
जुगनू पूछते हमसे
कोहरे का पकड़ दामन
पुष्पों के नाज पर भवरे बने
घूमते हैं यू उन्मन
जख्मी ही समझ सकते हैं।
कसक जो गीत गाता है।
तुम्हारी याद जब आती
तड़प आंसू बहता हूँ।
धरा पर अंधियारी छाती
लुटाती स्वप्न की दुनिया
तभी तुम पास आ जाते हैं
अचानक जब नींद खुलती
एकांकी हाथ पाता हूँ।
तुम्हारी याद जब आती
तड़प अश्रु बहाता हूँ।
अलग टूटे हुए दिलों में
लहर उच्छवास की आती
तुम ही पर यह लगी नयने
सदा बरसात कर जगाती
तड़पकर आह भरकर मै
सदा रजनी गँवाता हूँ।
तुम्हारी याद जब आती........
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परिचय :- ओमप्रकाश सिंह (शिक्षक मध्य विद्यालय रूपहारा)
ग्राम - गंगापीपर
जिला -पूर्वी चंपारण (बिहार)
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