रक्षाबंधन तिहार के गाड़ा-गाड़ा बधाई
धर्मेन्द्र कुमार श्रवण साहू
बालोद (छत्तीसगढ़)
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छत्तीसगढ़ के भूंइया म, आथे जी तिहार।
रक्षासूत्र म बंध जाथे, भाई बहन के प्यार।।
माथा म तिलक लगाके, हाथ म बंधाय डोर।
बहन के सुरक्षा खातिर, भइया लगाय जोर।।
एक दुसर मीठा खिलाके, देवत हे उपहार।
चरण छुके आशीष मांगे, बने प्रेम व्यवहार।।
परब सावन महीना म, आथे साल तिहार।
संस्कृति ल संवारे बर, करत हे घर परिवार।।
युवा भाई मिलजुल के, करव बेटी उद्धार।
बेटी के ईही रुप हरे, जानव ए अधिकार।।
वसुंधरा के पहुंचे ले, जगत म उड़गे शोर।।
चंदा मामा खुश होगे, बांधिस प्रीत के डोर।
मंगलकामना पठोवत, श्रवण करत पुकार।
रक्षाबंधन के तिहार म, लाओ खुशी बहार।।
परिचय :- धर्मेन्द्र कुमार श्रवण साहू
निवासी : भानपुरी, वि.खं. - गुरूर, पोस्ट- धनेली, जिला- बालोद छत्तीसगढ़
कार्यक्षेत्र : शिक्षक
घोषणा पत्र : मैं यह प्रमाणि...