अफवाह
अमोघ अग्रवाल
गढ़ाकोटा, सागर (मध्य प्रदेश)
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कान
जो सदा घिरे होते थे
सुंदर-सुंदर बालियों से,
झुमकों से।
काली-काली, घनी-घनी,
लटों से, घटाओं से,
छुपे होते थे।
आज वह,
इस तरह घिरे हैं,
अफवाहों से,
कि बोल उठते हैं,
चीख़ उठते है,
मुझे फट जाने हो,
कट कर कहीं,
गिर जाने दो...
परिचय :- अमोघ अग्रवाल
साहित्यिक नाम : "इंतज़ार"
पिता : स्व. बी. के. अग्रवाल
माता : श्रीमती आशा अग्रवाल
जन्म : ०५ सितंबर १९९१
निवासी : गढ़ाकोटा, सागर (मध्य प्रदेश)
शिक्षा : बी.ई.
कार्यरत : निजी व्यवसाय
लेखन : शांत, करुण, श्रृंगार रस, कविता, कहानी, हाइकू, टांका और अन्य
सम्मान : "शतकवीर" सम्मान, "काव्य कृष्ण" सम्मान, निरंतर १२ घंटे काव्य में सम्मान, राष्ट्र कवि गुरु सत्त नारायण सत्तन जी द्वारा दो बार सम्मानित। रंजनकलश इंदौर ईकाई मीडिया प्रभारी, कई पत्र पत्रिकाओं में रचना प्रकाशित।...