प्रेम
डॉ. भगवान सहाय मीना
बाड़ा पदम पुरा, जयपुर, (राजस्थान)
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प्रेम पावन गंगा, प्रेम में शक्ति अपार।
प्रेम उत्तंग हिमालय, प्रेम है उपहार।
प्रेम वेद ऋचा, प्रेम अनन्त रसधार।
प्रेम गीता ज्ञान, प्रेम सावन की बौछार।
प्रेम मानस की चौपाई, प्रेम फागुन की बौछार।
प्रेम समर्पण, प्रेम बंधन, प्रेम पैनी तलवार।
प्रेम वात्सल्य, प्रेम भाग्य, प्रेम अनन्त उदगार।
प्रेम भाव, प्रेम भाषा, प्रेम सकल संसार।
प्रेम संस्कृति, प्रेम सभ्यता, प्रेम संस्कार।
प्रेम मंदिर, प्रेम पूजा, प्रेम प्रकृति उपहार।
प्रेम चंदा, प्रेम दिनकर, प्रेम आत्म वरदान।
प्रेम नवरंग, प्रेम सौंदर्य, प्रेम पारावार।
प्रेम मोक्ष दाता, प्रेम ईश साकार।
प्रेम पावन गंगा, प्रेम में शक्ति अपार।
परिचय :- डॉ. भगवान सहाय मीना (वरिष्ठ अध्यापक राजस्थान सरकार)
निवासी : बाड़ा पदम पुरा, जयपुर, राजस्थान
घोषणा पत्र : मैं यह ...