नेत्रदान महादान
विरेन्द्र कुमार यादव
गौरा बस्ती (उत्तर-प्रदेश)
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दस जून को हर साल मनाया जाता दिवस नेत्रदान,
साधरण व्यक्ति नेत्रदान करने से हो जाता महान।
नेत्रदान है व्यक्ति के जीवन का सबसे बड़ा दान,
नेत्रदान कराता है मानवता धर्म का ज्ञान।
यदि दुनियाँ से जाने के बाद भी अमर
रहना चाहता है इन्सान,
तो संकल्प लें मृत्यु के बाद करेगा नेत्र-
दान।
तू हो जायेगा इतिहास में अमर व महान,
यदि तू मृत्यु के बाद मानव करेगा नेत्र-
दान।
केवल दुनियाँ को अनुभव करने वाला
इन्सान,
कर पायेगा तेरी आँखों से दुनियाँ का दर्शन व पहिचान।
तुम हो जाओगे इस संसार में व्यक्ति महान,
तुम्हारी होगी तब तक दुनियाँ में गुण- गान।
जब तक जिन्दा रहेगा वह नौजवान।।
चले जायेंगे जब इस संसार से कफन
ओढ़कर ,
हमारे बाद हमारी नेत्रदान की गई आँखे देखेगी दुसरे की ज्योति बनकर।
आओ नेत्रदान करने का मृत्यु के पहले संकल्प करें,
मृत्यु के बाद दिव्या...