मानव मन
राजीव रंजन पांडेय
राजधनवार गिरिडीह (झारखंड)
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सच में तारुण्य
एक अंधी होती है
जिसकी अपनी
एक गति होती है
संकल्प विकल्प
क्रिया मन से ही
जीवन जीने हेतु
सुबुद्धि होती है
हर तरफ गहरा
अंधेरा दिखता है
हर हृदय सूखे
सरोवर सा लगता है
पूरब में लालिमा
अब आने लगी है
अब मानव शक्ति
प्रगट होने लगी है
बहुत कुछ मिला
हमें यहां
औघड़ दानी
उस ईश से
जिसने प्रेम
किया यहां के
हर प्राणी प्राणी से
परिचय :- झारखण्ड प्रदेश के गिरिडीह मंडलान्तर्गत राजधनवार क्षेत्र में रहने वाले राजीव रंजन पाण्डेय पिता संजय कुमार पाण्डेय की शैक्षिक योग्यता संस्कृत से स्नातकोत्तर और बी.एड है जो कि बिनोवा भावे विश्वविद्यालय हजारीबाग से पूर्ण हुई है। आप लगभग दो साल तक राज्य सरकार द्वारा अनुदानित एक विद्यालय में संस्कृत शिक्षक के रूप में सेवायें दे चुके हैं, वर्तमान समय में आप आज अपने पिता और...