घुंघट काड ले रे गुजरिया
अलका जैन
इंदौर (मध्य प्रदेश)
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घुंघट काड ले रे गुजरिया
घुंघट काड ले रै
घुंघट में मेरा जिया
घबराय रे सांवरे
मे ना लूं घुंघट मेरा
जियो धडके रे सावरे
जा गांवों की सारी लुगाई
घुंघट डाले गुजरिया रे
लोग थारे भला बुरा
बोलेंगे गुजरिया रे
कहनो मान लें रे
गुजरिया कहा मान रै
घुंघट काड ले रे
गुजरिया घुंघट डाल लें
गांव की सारी लुगाई
घुंघट डाले लम्बो-लम्बो रे
गुजरिया रिवाज ना
छोड़ गुजरिया रे
औ गुजरिया
कहनो मान लें रे
गांव की सारी लुगाई
काली-काली से ले
जा मारे वो लम्बो-लम्बो
घुंघट काढ़े ये सांवरिया रे
मेरा रूप रंग चांद सा सुंदर
में काहे डालूं घुंघट डालूं
सारा गांव में मेरे
प्यार में पागल से ले
सांवरिया रे दिवाना रे
घुंघट काड ले रे
गुजरिया घुंघट डाल लें रे
मैं रूप की रानी काहे डालूं
घुंघट रे सांवरिया
घुंघट काड ले रे
गुजरिया घुंघट डाल रे
परिचय :- इ...