मौसम
डॉ. पवन मकवाना (हिंदी रक्षक)
इन्दौर (मध्य प्रदेश)
********************
यूँ चाहे जब ना
चले आया करो मौसम ...
यूँ उनकी याद ना
दिलाया करो मौसम ...
रूठा हो जब यूँ
दिलबर हमसे
यूँ आकर ना हमको
सताया करो मौसम ...
गर आना हो जो
मज़बूरी तुम्हारी
आकर पहले हौले से
हमें बताया करो मौसम ...
तुम जब आते हो तो
याद करते हैं हम
उन्हें हम कितना
यह बात उन्हें भी तो
बताया करो मौसम ...
याद में जो उनकी
हम गाते हैं नगमें
करीब जाकर उनको भी
सुनाया करो मौसम ...
चाहते हैं हम उन्हें कितना
ना मानेगें वो कभी
तुम्हीं जाकर उन्हें प्यार
जताया करो मौसम ...
प्यार के दीप से ही
है रोशन दुनिया मेरी
उनके दिल में भी इक
दीप जलाया करो मौसम ...
परिचय : डॉ. पवन मकवाना (हिन्दी रक्षक)
निवासी : इंदौर मध्य प्रदेश
सम्प्रति : स्वतंत्र पत्रकार व व्यावसाइक छायाचित्रकार
संस्थापक : राष्ट्रीय हिन्दी रक्षक मं...