मातृस्वरूपा माँ हिन्दी की आरती
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रचियता : भारत भूषण पाठक
ॐ जय हिन्दी माता, मैया जय हिन्दी माता।
तुमको निशदिन ध्यावत, हर भाषा विज्ञाता।।
ॐ जय हिन्दी माता ---------------
ज्ञान, मान, वाणी, तुम ही बल-दाता।
धरा, अम्बर ध्यावत, खग- मृग गाता।।
तुम अज्ञान-निवारिणी, यश-बुद्धि दाता।
जो कोई तुमको ध्यावत, निश्चय-शुभ-फल पाता।।
ॐ जय हिन्दी माता --------------------
तुम संस्कृत की बेटी, ममतामयी माता।
जो जन तुमको ध्याता, चहुँओर सुख पाता ।।
लेखक परिचय :-
नाम - भारत भूषण पाठक
लेखनी नाम - तुच्छ कवि 'भारत '
निवासी - ग्राम पो०-धौनी (शुम्भेश्वर नाथ) जिला दुमका(झारखंड)
कार्यक्षेत्र - आई.एस.डी., सरैयाहाट में कार्यरत शिक्षक
योग्यता - बीकाॅम (प्रतिष्ठा) साथ ही डी.एल.एड.सम्पूर्ण होने वाला है।
काव्यक्षेत्र में तुच्छ प्रयास - साहित्यपीडिया पर मेरी एक रचना माँ तू ममता की विशाल व्योम को स्थान मिल चुकी है काव्य प्रतियोगिता में।
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