मेरा जवाब
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रचयिता : मित्रा शर्मा
सवाल क्या करते हो मेरे गहराई को
भीगते पलकों ने खोल दिए जज्बात को ।
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नही भाता कुछ और तेरे सिवा
दस्तूर बना है कि सिर्फ तुझे याद करूँ
खामोश रहूं तेरे साथ ओ खुदा
तुझ में ही मेरी सबकुछ पूरी करूँ
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होठों से जिक्र न करूं पर
अस्कों से तुझे पुकारूँ
लाख छुपालुं तेरी मोहब्बत पर
हर स्याही पर तेरे नाम करूँ
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परिचय :- मित्रा शर्मा - महू (मूल निवासी नेपाल)
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