भगवती वंदना
डॉ. राजीव डोगरा "विमल"
कांगड़ा (हिमाचल प्रदेश)
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मां भगवती सदैव
आपकी शरण रहूँ
भले दुखों का प्रहार हो
भले सुखों की बाहर हो।
मां भगवती सदैव
आपकी चरणवन्दना करुँ
भले लोग मेरे खिलाफ़ हो
भले लोग मेरे साथ हो।
मां भगवती सदैव
आपका चिंतन मनन करुँ
भले नर्क की यातना झेलू
भले स्वर्ग के
आमोद-प्रमोद में रहूँ।
मां भगवती सदैव
आपके उन्माद में रहूँ।
भले मुझ में सिद्धि वास करें
भले मुझ में रिद्धि उल्लास करें।
परिचय :- डॉ. राजीव डोगरा "विमल"
निवासी - कांगड़ा (हिमाचल प्रदेश)
सम्प्रति - भाषा अध्यापक गवर्नमेंट हाई स्कूल, ठाकुरद्वारा
घोषणा पत्र : मैं यह प्रमाणित करता हूँ कि सर्वाधिकार सुरक्षित मेरी यह रचना, स्वरचित एवं मौलिक है।
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