नव वर्ष २०२४ पर दोहे
डॉ. भगवान सहाय मीना
जयपुर, (राजस्थान)
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कुसुम केसर चंदन से, अभिनन्दन नव वर्ष।
नई सुबह की नव किरणें, मंगलमय अति हर्ष।
अक्षत रोली फूलों से, सजा लिया है थाल।
तिलक करूं मैं हर्ष से, नये साल के भाल।
नव किरण नव उजास से, पोषित हो नव भोर।
शुभ यश जीवन में मिलें, हर्षित हो चहुं ओर।
अभिनन्दन नव वर्ष का, नव उमंग के साथ।
लेता नव संकल्प मैं, आज उठा कर हाथ।
जीव जगत आनंद में, सदा रहें हर छोर।
नये साल से आरज़ू, स्वर्णिम करना भोर।
नूतन वर्ष शोभित हो सदा, सदी के भाल।
दो हज़ार चौबीस में, भारत हो खुशहाल।
झोली भर शुभ कामना, आप सभी को आज।
मन में जो सपने बुने, होंगे पूरे काज।
मंगल गायन यूं करें, नये साल में लोग।
सदा सुखी इंसान हो, मिटे विषाणु रोग।
परिचय :- डॉ. भगवान सहाय मीना (वरिष्ठ अध्यापक राजस्थान सरकार)
निवासी : बाड़ा पदम पुरा, जयपुर, राजस्थान
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