नासमझ इश्क
राजीव डोगरा "विमल"
कांगड़ा (हिमाचल प्रदेश)
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हम ढूढ़ते रह गए
उनको हर निग़ाह में,
पर वो तो खो ही गए
ओर किसी की बाहों में।
हम ने तो हमेशा उनसे
इक़रार ही किया था
पर वो ही हर बार
इन्कार ही करते रह गए।
हमने तो खो दिए
हर लफ्ज़ उनको मनाने में
पर उन्होंने तोड़ दिया
हर अल्फ़ाज़ हमे भुलाने में।
हमारा तो बीत ही गया जीवन
उनसे इश्क़ निभाने में
पर उन्होंने गुज़ार ही दिया
हर लम्हा हमें सताने में।
परिचय :- राजीव डोगरा "विमल"
निवासी - कांगड़ा (हिमाचल प्रदेश)
सम्प्रति - भाषा अध्यापक गवर्नमेंट हाई स्कूल, ठाकुरद्वारा
घोषणा पत्र : मैं यह प्रमाणित करता हूँ कि सर्वाधिकार सुरक्षित मेरी यह रचना, स्वरचित एवं मौलिक है।
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