कैलेण्डर बदल गया
रेशमा त्रिपाठी
प्रतापगढ़ उत्तर प्रदेश
********************
कैलेंण्डर बदल गया
और कुछ नहीं हुआ।
समय आगे बढ़ गया
बच्चों की उम्र बढ़ गई
और कुछ नहीं हुआ।
माॅ॑–बाप के जीने की उम्र
थोड़ी कम हो गई
और कुछ नहीं हुआ।
रिटायर मेंट की उम्र
थोड़ी कम हो गई
और कुछ नहीं हुआ।
पोते/पोतियों की
शादी की उम्र हो गई
और कुछ नहीं हुआ।
बचपन की मस्ती
जवानी की यारी
कैलेंण्डर जब जब बदला
थोड़ा याद आया
और कुछ नहीं हुआ।
मौसम भी वहीं हैं
लोग भी वहीं हैं
बस कुछ नए चेहरे आ गए
और कुछ नहीं हुआ।
परम्परा भी वहीं हैं
संस्कृति भी वहीं हैं
बस थोड़ा सा जीवन जीने का
तरीका बदल गया हैं
और कुछ नहीं हुआ।
सोच भी वहीं हैं
जज़्बात भी वहीं हैं
बस लोगों में संवेदना
थोड़ी कम हो गई हैं
और कुछ नहीं हुआ।
दोस्त भी वहीं हैं
दुश्मन भी वहीं हैं
सपने भी वहीं हैं
मंजिल भी वहीं हैं
बस इक्सवीं सदी का
बीसवां वर्ष लग गया हैं।
और कुछ नहीं हुआ।।
.
...