नाम की चाह नहीं मुझे
भारत भूषण पाठक
धौनी (झारखंड)
********************
नाम नहीं
बस
वह अनुभव
चाहता हूँ
जिससे
नाम बनाई
जाती
है यहाँ
सीखता
रहूँ
बस मात्र
ये
आशीर्वाद चाहता
हूँ
वो महाविद्या
चाहता
हूँ मैं
जो
मुर्दों में
भी
प्राण फूँक
जाए
वो विलक्षण
शक्ति
परमात्मा की
वह
असली भक्ति
चाहता
हूँ मैं
जो
निर्जीव में
भी
प्राण ढूँढ
ले
बस वही
जादूगरी
सीख लेना
चाहता
हूँ मैं
सम्मान
अपमान का
ध्यान
नहीं मुझ को
बस
केवल बस
इस
छोटी उम्र में
ही सब
सीख
लेना चाहता
हूँ
मैं
.
परिचय :-
नाम - भारत भूषण पाठक
लेखनी नाम - तुच्छ कवि 'भारत '
निवासी - ग्राम पो०-धौनी (शुम्भेश्वर नाथ) जिला दुमका(झारखंड)
कार्यक्षेत्र - आई.एस.डी., सरैयाहाट में कार्यरत शिक्षक
योग्यता - बीकाॅम (प्रतिष्ठा) साथ ही डी.एल.एड.सम्पूर्ण होने वाला है।
काव्यक्षेत्र में तुच्छ प्रयास - साहित्यपीडिया पर मेरी एक रचना माँ तू ममता की विशाल व्योम को स्थान मिल चुकी है...