अवगुण धोती शिक्षा
कार्तिक शर्मा
मुरडावा, पाली (राजस्थान)
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बहुत जरूरी होती शिक्षा,
सारे अवगुण धोती शिक्षा।
चाहे जितना पढ़ ले हम पर,
कभी न पूरी होती शिक्षा।
शिक्षा पाकर ही बनते है,
नेता, अफसर, शिक्षक।
वैज्ञानिक, मंत्री, व्यापारी,
और साधारण रक्षक।
कर्तव्यों का बोध कराती,
अधिकारों का ज्ञान।
शिक्षा से ही मिल सकता है,
सर्वोपरि सम्मान।
बुद्धिहीन को बुद्धि देती,
अज्ञानी को ज्ञान।
शिक्षा से ही बन सकता है,
भारत देश महान।।
परिचय : कार्तिक शर्मा
पिता : शुक्राचार्य शर्मा
शिक्षा : बी.एड, एम.ए.
निवासी : मुरडावा पाली राजस्थान
घोषणा पत्र : मैं यह प्रमाणित करती हूँ कि सर्वाधिकार सुरक्षित मेरी यह रचना स्वरचित एवं मौलिक है।
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