पावन गंगा
रशीद अहमद शेख 'रशीद'
इंदौर (मध्य प्रदेश)
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देव नदी सारी दुनिया में, भारत की पहचान।
सारे नर-नारी करते हैं, गंगा का सम्मान।
गंगा पावन नदी हिन्द की, गंगा तो है प्राण।
जिसने देखा धन्य हुआ वह,पाता अनुपम त्राण।
ग्रंथों में भी तो मिलता है, गंगा का गुणगान।
गंगा है सारी दुनिया में, भारत की पहचान।
स्वच्छकारिणी पापहारिणी, करती हर्ष प्रदान।
धरती पर है नहीं कहीं भी, सरिता गंग समान।
गंगा तट पर चलते रहते, नित्य नए अभियान।
गंगा है सारी दुनिया में, भारत की पहचान।
गंगा में जो जल मिलता है, बढ़ता उसका मान।
सुरसरिता वह भी कहलाता, होता गंग समान।
गर्वित है गंगा-गरिमा पर, सारा हिन्दुस्तान।
गंगा है सारी दुनिया में, भारत की पहचान।
परिचय - रशीद अहमद शेख 'रशीद'
साहित्यिक उपनाम ~ ‘रशीद’
जन्मतिथि~ ०१/०४/१९५१
जन्म स्थान ~ महू ज़िला इन्दौर (म•प्र•) भाषा ज्ञान ~ हिन्दी...