वास्तविक रहस्य
डॉ. राजीव डोगरा "विमल"
कांगड़ा (हिमाचल प्रदेश)
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गली-गली फिरती युवती
बन राधा
प्रेम भयो न कोई।
गली-गली फिरते संत
बन योगी
ध्यान मग्न न कोई।
गली-गली फिरते साधक
बन तपस्वी
चिंतन करत न कोई।
गली-गली फिरते ज्ञानी
बन सुविज्ञ
आत्मज्ञान करत न कोई।
गली-गली फिरते अनुरागी
बन कृष्ण
आत्म समर्पण करत न कोई।
गली-गली फिरते नायक
बन योद्धा
आत्म द्वंद्व करत न कोई।
परिचय :- डॉ. राजीव डोगरा "विमल"
निवासी - कांगड़ा (हिमाचल प्रदेश)
सम्प्रति - भाषा अध्यापक गवर्नमेंट हाई स्कूल, ठाकुरद्वारा
घोषणा पत्र : मैं यह प्रमाणित करता हूँ कि सर्वाधिकार सुरक्षित मेरी यह रचना, स्वरचित एवं मौलिक है।
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