दफ़न चेहरा
आनन्द कुमार "आनन्दम्"
कुशहर, शिवहर, (बिहार)
********************
भला कैसे पढूं
इन चेहरों को
जिनके पिछे
न जाने कितने
राज दफ़न है।
ये राज कहीं
हक़ीक़त तो नहीं
जो हर पल
मेरे जेहन को टटोलती
और बिना कुछ कहे
हमेशा की तरह
चली जाती।
शायद कोई
इत्तेफाक होगा
आखें मूँद कर
यह सोच लेता हूँ।
कभी अपनों से
तो कभी अपनेपन से।
परिचय :- आनन्द कुमार "आनन्दम्"
निवासी : कुशहर, शिवहर, (बिहार)
घोषणा पत्र : मैं यह प्रमाणित करता हूँ कि सर्वाधिकार सुरक्षित मेरी यह रचना, स्वरचित एवं मौलिक है।
आप भी अपनी कविताएं, कहानियां, लेख, आदि राष्ट्रीय हिन्दी रक्षक मंच पर अपने परिचय एवं छायाचित्र के साथ प्रकाशित करवा सकते हैं, राष्ट्रीय हिन्दी रक्षक मंच पर अपनी कविताएं, कहानियां, लेख, आदि प्रकाशित करवाने हेतु अपनी कविताएं, कहानियां, लेख, हिंदी में टाईप करके हमें...