इंतजार के पल …
किरण पोरवाल
सांवेर रोड उज्जैन (मध्य प्रदेश)
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इंतजार के पल भी
बहुत होते हैं कठिन,
इंतजार किया
माता रुक्मणी ने,
प्रभु पति पाये गोपाल
नारद के मुख से
कहानी सुनी !
कृष्ण चंद्र महाराज,
पति रूप स्वीकार
किया माता देखो आज,
पाती (पत्र) भेजी कृष्ण को
ले जाओ दीनानाथ,
नहीं तो शिशुपाल दुष्ट
आपकी दासी ले
जाएगा साथ (आपका हक)।
पाती पढ़कर है
प्रभु कुंदनपुर में आए,
रूखमणि को रथ में
बैठा करके,
ले जाए प्रभु साथ,
इंतजार के पल खत्म
हुए वर पाया गोपाल,
पटरानी रुक्मणी
बनी राजा हे नंदलाल।
परिचय : किरण पोरवाल
पति : विजय पोरवाल
निवासी : सांवेर रोड उज्जैन (मध्य प्रदेश)
शिक्षा : बी.कॉम इन कॉमर्स
व्यवसाय : बिजनेस वूमेन
विशिष्ट उपलब्धियां :
१. अंतर्राष्ट्रीय साहित्य मित्र मंडल जबलपुर से सम्मानित
२. अंतर्राष्ट्रीय शिक्षक संचेतना उज्जैन से सम्मानित
३. ...