मेरी मम्मा
शुभा शुक्ला 'निशा'
रायपुर (छत्तीसगढ़)
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मेरी मम्मा प्यारी मम्मा
तुझसे जग देखूंगी मम्मा
कोख में तेरी रहकर जाना
जग से न्यारी मेरी मम्मा
तेरे शीतल सुंदर मनोभाव ने मुझमें
कोमल आत्मिक संस्कार जगाया
मेरे लिए जग से लडने के अद्भुत
विचार ने मुझमें भी आत्म विश्वास जगाया
तू तो मेरी जननी है तू
साक्षात जगजननि है
मैं जनम लूगी ऐसी धरा पर
जहां सृष्टि की रचयिता जननी है
है इतना विश्वास कि तू मां
मुझको इस संसार में लायेगी
अभूतपूर्व सौंदर्य और रहस्यों से
परिपूर्ण जहां की सैर करायेगी
पर दुनिया के तानों की तु
बिल्कुल परवाह नहीं करना
'बेटी जन दी' के पत्थर खाकर
कोख में मेरा वध मत करना
मैं तो तेरी लाडली हूं मां मैं
जग से निराली तेरी राजकुमारी
पाप ना लेना भ्रुण हत्या का
विनती करे सुत आज तिहारी
तुम तो मेरी प्यारी मम्मा
आज के युग की नारी हो
लड़ जाओगी सारे जग से
मां तुम ईश्व...