मीठी मनवार
किरण पोरवाल
सांवेर रोड उज्जैन (मध्य प्रदेश)
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माँ की देखो मीठी मनहार
बचपन से करती वह प्यार।
पुचकार पुचकार माँ दुध पिलाती,
जिद्दी पर माँ उसे सहलाती,
अपने हाथ माँ सीर पर घुमाती,
मीठा मीठा लाड़ लडाती,
रोने पर माँ दुखी होजाती,
कही नजर ना इसे लग जाये,
अपने आँचल से उसे छुपाती,
राई लून से नजर उतारे,
काला टीका उसे लगावे,
मीठी मनवार करे देखो लाड़।
पलना झुले देखो लाल।
पैरो पर माँ उसे लेटाती बडी
हिफाजत से उसे नहलाती,
नैनो मे कही नीर ना ढल
जाये देखो कैसे उसे बचाती।
माँ तो बस माँ होती हैं,
मीठी मनहार से उसे सुलाती।
मीठी मीठी लोरी गाती,
पलने मै माँ उसे सुलाती।
परिचय : किरण पोरवाल
पति : विजय पोरवाल
निवासी : सांवेर रोड उज्जैन (मध्य प्रदेश)
शिक्षा : बी.कॉम इन कॉमर्स
व्यवसाय : बिजनेस वूमेन
विशिष्ट उपलब्धियां :
१. अंतर्राष्ट्रीय साहित्य मित्र मंडल जब...