चलो ‘नार्को टेस्ट’ करवाते है…
डॉ. संगीता आवचार
परभणी (महाराष्ट्र)
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वो सब लोग गौर से सुन ले
जरा जो अक्सर बौखलाते हैं,
सोने से पहले रोज जरा
खुद का 'नार्को टेस्ट' करवाते है!
छुपाए हुए किरदारों से खुद ही
को जरा रुबरू करवाते है,
खुद के देह से तो यहाँ सब
अच्छे से वाकिफ़ हो चुके हैं,
उसमें छुपे देव-दानवों से भी
खुद की पहचान करा लेते है।
इंसानी लिबासों में न जाने
भेड़ियों ने कितने घर बनाए है?
औरों पे उंगली उठाने में खुद के
जाने कितने ऐब छुपाये है!
चलो 'नार्को टेस्ट' करवाते है
इसमें सब राज बयां होते हैं।
असली चेहरे उसकी हर रेखा
के साथ उजागर हो जाते है!
जब औरों के दर्द नाटक एवं
खुद के बेशकीमती लगते हैं,
चलो 'नार्को टेस्ट' में रोज एक
बार खुद से मिल ही लेते है।
अब शिकायतों के ये दौर
हमेशा के लिए खत्म कर देते है,
क्या कहाँ, " आप 'नार्को टेस्ट'
करने से बहुत घबराते है?"
क्यों...