साथी
संजय जैन
मुंबई
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कटती नहीं उम्र
अब तेरे बिना।
मुझको किसी से मानो
प्यार हो गया।
जिंदगी की गाड़ी अकेले
अब चलती नहीं।
एक साथी मुझे अब
जरूरत आ पड़ी।।
मिलना मिलाना जिंदगी का
दस्तूर है लोगो।
खिल जाता है दिल जब कोई
अपना मिलता है यहां।
जिंदगी के इस सफर में
मिलकर चलो सभी।
यूँही जिंदगी हंसते
हुए गुजर जायेगी।।
मतलबी लोगो से थोड़ा
बच के तुम चलो।
कब धोका तुम्हें दे देंगे
पता चलेगा भी नहीं।
इसलिए अपनेपन की
परिभाषा तुम सीखो।
फिर उसके अनुसार ही
अपनो को तुम चुनो।।
जीवन तुम्हारा सही में
संभाल जाएगा।
हर मुश्किल की घड़ी में
तुम्हें दिख जाएगा।
कौन कौन तेरे साथ खड़े है
मुश्किल की घड़ी में।
सब कुछ तुझे
समाने नजर आएगा।।
अच्छे बुरे लोग सभी
तुझे दिख जाएंगे।
संसार का चक्र
तुम्हें दिख जायेगा।
जिंदगी को जीना
कोई आसान काम नहीं।
मिल जुलकर जीओगें तो
जिंदगी में आनदं आएगा।।
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परिचय :- बीना (मध्यप्र...