दिल में आया है एक ख्याल सुनहरा सुनहरा
अलका जैन
इंदौर (मध्य प्रदेश)
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दिल में आया है
एक ख्याल
सुनहरा सुनहरा
निजी गुलशन में
लगाए एक
अंगूर की डाल
खट्टी मीठी याने
तेरे नाम की
हरिभरी बेल
दिल में आया है
एक ख्याल
सुनहरा सुनहरा
गलि मे लगा डालूं
एक चंदन का पेड़
सावन में
ओर प्राप्त करु
भीनी-भीनी तेरे
बदन सी खुशबू
दिल में आया है
एक ख्याल
सुनहरा सुनहरा सा
किसी गुलशन में
लगाए जाये
गुलाब के फूल यार
प्राप्त करूं गुलाब
यानी तेरे लब से
सुर्ख लाल गुल
दिल में आया है
एक ख्याल
सुनहरा सुनहरा सा
किसी दिन
कराया जाये
मुकाबला हुस्न
और गुल में
शायद गुल
जीते जाये
हुस्न भी है
दावेदार
मुकाबले मे
सुनंदरता के इस
मुकाबले में टक्कर
कांटे की होगी सुनो
चाहे हुस्न जीते या
गुलशन के फूल
दोनों मेरे अपने
हुस्न और गुलशन
हिफाज़त करना
फर्ज दिवानो का
पर्यावरण जब
रक्षा होगी समाज की
हिफाज़त होगी
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