जीवन अनंत संघर्ष हुआ
लक्ष्मीनारायण धिरहे
हसौद, जिला सक्ति, (छत्तीसगढ़)
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कभी चंचल ये तन हुआ,
कभी विचलित ये मन हुआ ...
कभी निराशा सा गट्ठर लिए,
कभी हर्ष का संगम लिए..
ये जीवन अनंत संघर्ष हुआ ...
कभी आंखों में
अश्रु सा छलका,
कभी दुख में कभी
सुख में झलका,
आंखों में ये असार लिए,
ये जीवन अनंत संघर्ष हुआ ...
कभी पहाड़ों सा
चलना हुआ,
कभी ढलानों सा
उतरना हुआ ...
चल रही ज़िंदगी,
यही कश्मकश लिए,
ये जीवन अनंत संघर्ष हुआ ...
कभी बढ़ना हुआ,
कभी रुकना हुआ,
गिर कर उठना,
उठ कर चलना हुआ..
न रुकने, न झुकने
का आव्हान लिए ,
ये जीवन अनंत संघर्ष हुआ ...
कभी इनकार हुआ,
कभी स्वीकार हुआ
कभी बना काम का,
कभी बेकार हुआ..
साहस, धैर्य का प्रमाण लिए,
फिर मन में ये नित प्राण लिए,
ये जीवन अनंत संघर्ष हुआ ...
परिचय :- लक्ष्मीनारायण धिरहे
छात्र : दिल्ली विश्वविद्यालय
निवासी : हसौद,...