काश …
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रुचिता नीमा
इंदौर म.प्र.
काश ...
कि तुम समझ पाते
मेरे मजबूर दिल के हालात
काश ...
की तुम देख सकते
वो लहरों के तुफानो को
कि वो भावनाओ को किस तरह,
विचलित करते जा रहे
काश ...
कि तुम महसूस कर सकते
मेरे इश्क़ की गहराइयों को
जिसकी कोई सीमा नहीं
काश ...
कि तुम डूब सकते
उस प्यार के दरिया में
जो वक़्त के साथ साथ
बढ़ते ही जा रहा,
और बहते ही जा रहा
काश ...
कि ये
काश ही न होता,
बल्कि होती एक
खूबसूरत सी हकीकत
और होते सिर्फ 'हम'
लेखिका परिचय :- रुचिता नीमा जन्म २ जुलाई १९८२ आप एक कुशल ग्रहणी हैं, कविता लेखन व सोशल वर्क में आपकी गहरी रूचि है आपने जूलॉजी में एम.एस.सी., मइक्रोबॉयोलॉजी में बी.एस.सी. व इग्नू से बी.एड. किया है आप इंदौर निवासी हैं।
आप भी अपनी कविताएं, कहानियां, लेख, आदि हिंदी रक्षक मंच पर अपने परिचय एवं फोटो के साथ प्रकाशित करवा सकते हैं, हिंदी रक्षक मंच पर अपनी कविताएं,...