दर्द लिखती हूं
मनीषा व्यास
इंदौर म.प्र.
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दर्द लिखती हूं,
मनन करती हूं।
दुआ मिलती रहे,
ऐसी इबादत
करती हूं।
शब्द गढ़ती हूं,
भाव पढ़ती हूं।
मन कांच सा हो
पारदर्शी, ईश्वर
से विनती, करती हूं।
बैर हो न किसी
का किसी से।
आत्म विश्वास इतना
संजो दे, प्रभु से यही
प्रार्थना करती हूं।
परिचय :- मनीषा व्यास (लेखिका संघ)
शिक्षा :- एम. फ़िल. (हिन्दी), एम. ए. (हिंदी), विशारद (कंठ संगीत)
रुचि :- कविता, लेख, लघुकथा लेखन, पंजाबी पत्रिका सृजन का अनुवाद, रस-रहस्य, बिम्ब (शोध पत्र), मालवा के लघु कथाकारो पर शोध कार्य, कविता, ऐंकर, लेख, लघुकथा, लेखन आदि का पत्र-पत्रिकाओं में प्रकाशन
सम्मान - हिंदी रक्षक मंच इंदौर (hindirakshak.com) द्वारा हिन्दी रक्षक २०२० सम्मान एवं विधालय पत्रिकाओं की सम्पादकीय और संशोधन कार्य
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