Friday, November 22राष्ट्रीय हिन्दी रक्षक मंच पर आपका स्वागत है... अभी सम्पर्क करें ९८२७३६०३६०

बिरहिन के दरदि

तेज कुमार सिंह परिहार
सरिया जिला सतना म.प्र

********************

उमड़ि घुमड़ि बदरा हरसत हैं
मेघनीर अमरित बरसत हैं
कुलकित अबनि हरियर दरसत हैं
अब आबा पिया मोर मन तरसत हैं
कारी बदरिया मोहि डर लागय
कहु अंगना कहूं भीतरेय भागै
जब ते गयै मोरि सुधि नहि लीन्हि
अमाबसि चंद सम दरसन दीन्हें
दादुरि टेर कूक पपीहा कै
ककरी कस हैय हाल हिरदय कै
बूंद मघा हायगोली कस लागै
पपीहा बैन सरसिज उपजाबै
केसे कहू सखि बाति न मानै
बिरहनि दरदि सहय ऊहै जानैं
सुआती कस तकै नयन रहति हैं
उमड़ि घुमडि बदरा बरसत हैं

परिचय :- तेज कुमार सिंह परिहार
पिता : स्व. श्री चंद्रपाल सिंह
निवासी : सरिया जिला सतना म.प्र.
शिक्षा : एम ए हिंदी
जन्म तिथि : ०२ जनवरी १९६९
जन्मस्थान : पटकापुर जिला उन्नाव उ.प्र.

आप भी अपनी कविताएं, कहानियां, लेख, आदि राष्ट्रीय हिंदी रक्षक मंच पर अपने परिचय एवं फोटो के साथ प्रकाशित करवा सकते हैं, राष्ट्रीय हिंदी रक्षक मंच पर अपनी कविताएं, कहानियां, लेख, आदि प्रकाशित करवाने हेतु अपनी कविताएं, कहानियां, लेख, हिंदी में टाईप करके हमें hindirakshak17@gmail.com पर अणु डाक (मेल) कीजिये, अणु डाक करने के बाद हमे हमारे नंबर ९८२७३ ६०३६० पर सूचित अवश्य करें …🙏🏻

आपको यह रचना अच्छी लगे तो साझा जरुर कीजिये और पढते रहे hindirakshak.com राष्ट्रीय हिंदी रक्षक मंच से जुड़ने व कविताएं, कहानियां, लेख, आदि अपने चलभाष पर प्राप्त करने हेतु राष्ट्रीय  हिंदी रक्षक मंच की इस लिंक को खोलें और लाइक करें 👉 👉 hindi rakshak manch  👈… राष्ट्रीय हिंदी रक्षक मंच का सदस्य बनने हेतु अपने चलभाष पर पहले हमारा चलभाष क्रमांक ९८२७३ ६०३६० सुरक्षित कर लें फिर उस पर अपना नाम और कृपया मुझे जोड़ें लिखकर हमें भेजें..

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *