Thursday, November 7राष्ट्रीय हिन्दी रक्षक मंच पर आपका स्वागत है... अभी सम्पर्क करें ९८२७३६०३६०

भवरसेन की जलेबी

तेज कुमार सिंह परिहार
सरिया जिला सतना म.प्र

********************

विन्ध क्षेत्र में बोली जाने वाली बोली को बघेली बोली कहते हैं जो अपनी मधुरता मिठास के लिए जानी जाती हैं आइये एक रचना बघेली में,
सीधी जिले में भवँर सेन नाम का ऐतिहासिक स्थान है जो बाण भट्ट की तपोस्थली है, कहते भगवान राम के अनुज लक्ष्मण जी ने यही भ्रमरासुर का अंत किया था १४ जनवरी मकर संक्रांति को इसी स्थान पर मेला लगता हैं
उसी मेले का एक दृश्य …

इया भवरसेन के मेला मा
सुक्खू काकू आये हैं
दीखि परी दुकानि जलेबी की
सुक्खू ओहि कई धाए है
ताऊलाय जलेबी दोना मा
जाय बइठे सुक्खू कोना मा
मुह मा दांत न आँत पेट मा
धरि बइठे बगल जलेबी दोना मा
अउ रही जलेबी गरम गरम
सुक्खू जइसे मुह मा डारिन
गई चपकि जलेबी तरवा मा
भट्टा जइसन मुह ऊ फारिन
हम कहेन की काकू का होइगा
उ कहिन दादू न कुछ न पूछा
हम रामो सत्य कहे देइत
अब कबै जलेबी खाइब ना

.
परिचय :- तेज कुमार सिंह परिहार
पिता : स्व. श्री चंद्रपाल सिंह
निवासी : सरिया जिला सतना म.प्र.
शिक्षा : एम ए हिंदी
जन्म तिथि : ०२. जनवरी १९६९
जन्मस्थान : पटकापुर जिला उन्नाव उ.प्र.

आप भी अपनी कविताएं, कहानियां, लेख, आदि हिंदी रक्षक मंच पर अपने परिचय एवं फोटो के साथ प्रकाशित करवा सकते हैं, हिंदी रक्षक मंच पर अपनी कविताएं, कहानियां, लेख, आदि प्रकाशित करवाने हेतु अपनी कविताएं, कहानियां, लेख, हिंदी में टाईप करके हमें hindirakshak17@gmail.com पर अणु डाक (मेल) कीजिये, अणु डाक करने के बाद हमे हमारे नंबर ९८२७३ ६०३६० पर सूचित अवश्य करें … और अपनी कविताएं, लेख पढ़ें अपने चलभाष पर या गूगल पर www.hindirakshak.com खोजें…🙏🏻

आपको यह रचना अच्छी लगे तो साझा जरुर कीजिये और पढते रहे hindirakshak.com हिंदी रक्षक मंच से जुड़ने व कविताएं, कहानियां, लेख, आदि अपने चलभाष पर प्राप्त करने हेतु हिंदी रक्षक मंच की इस लिंक को खोलें और लाइक करें 👉🏻  hindi rakshak manch 👈🏻 … हिंदी रक्षक मंच का सदस्य बनने हेतु अपने चलभाष पर पहले हमारा चलभाष क्रमांक ९८२७३ ६०३६० सुरक्षित कर लें फिर उस पर अपना नाम और कृपया मुझे जोड़ें लिखकर हमें भेजें…

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *