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भवरसेन की जलेबी

तेज कुमार सिंह परिहार
सरिया जिला सतना म.प्र

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विन्ध क्षेत्र में बोली जाने वाली बोली को बघेली बोली कहते हैं जो अपनी मधुरता मिठास के लिए जानी जाती हैं आइये एक रचना बघेली में,
सीधी जिले में भवँर सेन नाम का ऐतिहासिक स्थान है जो बाण भट्ट की तपोस्थली है, कहते भगवान राम के अनुज लक्ष्मण जी ने यही भ्रमरासुर का अंत किया था १४ जनवरी मकर संक्रांति को इसी स्थान पर मेला लगता हैं
उसी मेले का एक दृश्य …

इया भवरसेन के मेला मा
सुक्खू काकू आये हैं
दीखि परी दुकानि जलेबी की
सुक्खू ओहि कई धाए है
ताऊलाय जलेबी दोना मा
जाय बइठे सुक्खू कोना मा
मुह मा दांत न आँत पेट मा
धरि बइठे बगल जलेबी दोना मा
अउ रही जलेबी गरम गरम
सुक्खू जइसे मुह मा डारिन
गई चपकि जलेबी तरवा मा
भट्टा जइसन मुह ऊ फारिन
हम कहेन की काकू का होइगा
उ कहिन दादू न कुछ न पूछा
हम रामो सत्य कहे देइत
अब कबै जलेबी खाइब ना

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परिचय :- तेज कुमार सिंह परिहार
पिता : स्व. श्री चंद्रपाल सिंह
निवासी : सरिया जिला सतना म.प्र.
शिक्षा : एम ए हिंदी
जन्म तिथि : ०२. जनवरी १९६९
जन्मस्थान : पटकापुर जिला उन्नाव उ.प्र.

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