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बेवजह तुम हमसे यूं …

वीणा वैष्णव
कांकरोली

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बेवजह तुम हमसे, यूं ना तकरार किया कीजिए।
कसम से मर जाएंगे, एक बार मुस्कुरा दीजिए।।

बेवजह दिल पर बोझ रख,ना तुम जिया कीजिए।
हम आपके अपने हैं, मन की बात बता दिजिए।।

गैर नजर बचा तुम, हमसे मिल लिया कीजिए ।
नजर लग जाएगी, थोड़ा पर्दा रखा कीजिए।।

वजह ना हो तो, बेवजह मिल लिया कीजिए।
करते हैं तुमसे प्यार, वजह ना ढूंढा कीजिए।।

दिल ए दर्द गजल गा, बेवजह शर्मिंदा ना कीजिए।
आ जाएंगे मिलने, बस एक इशारा कर दीजिए।।

जीने की हमें, आप कोई एक वजह तो दीजिए।
यूं ही सरेआम हमें, बदनाम ना किया कीजिए।।

वजह की तलाश में, जिंदगी बर्बाद ना कीजिए।
अपनों संग आ, हमें बस कबूल कर लीजिए।।

बेवजह वजह मिले, आप जिंदगी रंगीन कीजिए।
हासिल जहां की खुशियां, जिंदगी वजह दीजिए।।

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परिचय : कांकरोली निवासी वीणा वैष्णव वर्तमान में राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय फरारा में अध्यापिका के पद पर कार्यरत हैं। कवितायें लिखने में आपकी गहन रूचि है।


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