Monday, December 23राष्ट्रीय हिन्दी रक्षक मंच पर आपका स्वागत है... अभी सम्पर्क करें ९८२७३६०३६०

बापू तेरे तीन बंदर

**********

विनोद सिंह गुर्जर
महू (इंदौर)

बापू तेरे तीन बंदर।
पड़े कैद में देखो अंदर।।…

बुरा मत बोलो

बुरा बोलने वाले आगे,
सत्य बोलने वाले भागे।
गुरूओं का अपमान हो रहा,
चेलो के अब भाग्य जागे।
मतलब में सब तैर रहे हैं।
बिन हाथों के पैर रहे हैं ।

बुरा मत देखो

बुरा देखना ही पड़ता है।
अच्छा घूरे पर सड़ता है।।
एक तरफ मानवता रोती,
छप्पन भोग श्याम चड़ता है।
पत्थर से आशाऐं जोड़ी।
लालच की चूनर ओढ़ी।।

बुरा मत सुनो

बड़ा मजा है, निंदा करना ।
अपनों को शर्मिदा करना।।
गंगा को मैली बतलाकर,
दाग दिखाकर चंदा करना।।

अच्छा है तू आज नहीं है।
बेशर्मों को लाज नहीं है।।
राम वेश में रावण यहां पर।
लक्ष्मण नजरें सीता मां पर।।
पैसे के सब आज पुजारी।
दया भाव ना, बस गद्दारी।।

गांधी जी शत नमन तुम्हें है।
सत्य हिंद से दमन तुम्हें है।।

परिचय :-   विनोद सिंह गुर्जर आर्मी महू में सेवारत होकर साहित्य सेवा में भी क्रिया शील हैं। आप अभा साहित्य परिषद मालवा प्रांत कार्यकारिणी सदस्य हैं एवं पत्र-पत्रिकाओं के अलावा इंदौर आकाशवाणी केन्द्र से कई बार प्रसारण, कवि सम्मेलन में भी सहभागिता रही है।


आप भी अपनी कविताएं, कहानियां, लेख, आदि हिंदी रक्षक मंच पर अपने परिचय एवं फोटो के साथ प्रकाशित करवा सकते हैं, हिंदी रक्षक मंच पर अपनी कविताएं, कहानियां, लेख, आदि प्रकाशित करवाने हेतु अपनी कविताएं, कहानियां, लेख, हिंदी में टाईप करके हमें hindirakshak17@gmail.com पर अणु डाक (मेल) कीजिये, अणु डाक करने के बाद हमे हमारे नंबर ९८२७३ ६०३६० पर सूचित अवश्य करें … और अपनी कविताएं, लेख पढ़ें अपने चलभाष पर या गूगल पर www.hindirakshak.com खोजें…🙏🏻

आपको यह रचना अच्छी लगे तो साझा जरुर कीजिये और पढते रहे hindirakshak.com हिंदी रक्षक मंच से जुड़ने व कविताएं, कहानियां, लेख, आदि अपने चलभाष पर प्राप्त करने हेतु हिंदी रक्षक मंच की इस लिंक को खोलें और लाइक करें 👉🏻  hindi rakshak manch 👈🏻 … हिंदी रक्षक मंच का सदस्य बनने हेतु अपने चलभाष पर पहले हमारा चलभाष क्रमांक ९८२७३ ६०३६० सुरक्षित कर लें फिर उस पर अपना नाम और कृपया मुझे जोड़ें लिखकर हमें भेजें…

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *