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एक भी लम्हा नहीं …

पवन मकवाना (हिंदी रक्षक)
इन्दौर मध्य प्रदेश

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बंधी है हाथ पर
सबके घड़ियाँ मगर
पकड़ में किसी के
एक भी लम्हा नहीं …

तन्हा सभी है दुनिया में
पर कोई तन्हा नहीं …
दिखाते तो हैं हम की खुश हैं
पर हुआ कभी मन का नहीं …

हुस्न देखे जमाने में
कई तारीफे काबिल
जिसकी थी चाह उसका
कंगन कभी खनका नहीं …

इशारे तो मिले बहुत
जिंदगी से हमे
पर ये सर है की
हमारा कभी ठनका नहीं …

फूल पर आता है भंवर
पराग रस पीता है
प्रेमरस अर्पण पर भी
हुआ भंवर
कभी उपवन का नहीं …

अपने दिल की
आप सुध लो
कही
जो शूल मन मै उठी
क्या भला और क्या बुरा
है ये दोष पवन का नहीं …

बंधी है हाथ पर
सबके घड़ियाँ मगर …..!!

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परिचय : पवन मकवाना
जन्म : ६ नवम्बर १९६९
निवासी : इंदौर मध्य प्रदेश
सम्प्रति : संस्थापक- हिन्दी रक्षक मंच
सम्पादक- hindirakshak.Com हिन्दीरक्षकडॉटकाम
सम्पादक- divyotthan.Com (DNN)
सचिव- दिव्योत्थान एजुकेशन एन्ड वेलफेयर सोसाइटी
स्वतंत्र पत्रकार व व्यावसाइक छायाचित्रकार


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