Friday, November 22राष्ट्रीय हिन्दी रक्षक मंच पर आपका स्वागत है... अभी सम्पर्क करें ९८२७३६०३६०

मुलाकात वफ़ा का वादा हैं

**********

जीत जांगिड़ सिवाणा

मुलाकात वफ़ा का वादा हैं तो ये वादा हम निभाएंगे,
तुम रखना हमको याद चांद हम लौटकर फिर आएंगे।
मुश्किलें ये छंट जाएगी जो हैं दूरियां मिट जाएगी,
इस जहां की हर फिज़ा अपनी हिकायत गाएगी,
पायाब है ये परेशानियां साथ में चल कर पार जाएंगे,
तुम रखना हमको याद चांद हम लौटकर फिर आएंगे।
लाल गुल गुलाल से हम तेरे आंगन को सजाएंगे,
दीपों की माला से रोशन द्वार झरोखे करवाएंगे,
अब की ईद दीवाली और होली तेरे घर पे ही मनाएंगे,
तुम रखना हमको याद चांद हम लौटकर फिर आएंगे।
नेक इरादे हैं लिए हम उसकी रहमत जरूर होगी,
तिश्ना हैं मगर सबनम की बूंदों की हसरत नहीं होगी,
हम सातक सी लियें है हस्ती बारिश से प्यास बुझाएंगे,
तुम रखना हमको याद चांद हम लौटकर फिर आएंगे।
हिन्दी वतन के वासी हैं हम मजबूत इरादों वाले हैं,
ठोकरों के सदा सहचर है कभी न डिगने वालें है,
इन नफरत के जरासिमों का हम ही मर्ज मिटाएंगे,
तुम रखना हमको याद चांद हम लौटकर फिर आएंगे।
.

लेखक परिचय :- जीत जांगिड़ सिवाणा

निवासी – सिवाना, जिला-बाड़मेर (राजस्थान)

आप भी अपनी कविताएं, कहानियां, लेख, आदि अपने परिचय एवं फोटो के साथ प्रकाशित करवा सकते हैं, अपनी कविताएं, कहानियां, लेख, आदि प्रकाशित करवाने हेतु हिंदी में टाईप करके हमें hindirakshak17@gmail.com पर मेल कीजिये मेल करने के बाद हमे हमारे नंबर ९८२७३ ६०३६० पर सूचित अवश्य करें … और अपनी कविताएं, लेख पढ़ें अपने मोबाइल पर या गूगल पर www.hindirakshak.com खोजें…🙏🏻

आपको यह रचना अच्छी लगे तो साझा जरुर कीजिये और पढते रहे hindirakshak.com  कविताएं, कहानियां, लेख, आदि अपने मोबाइल पर प्राप्त करने हेतु हिंदी रक्षक से जुड़ने के लिए अपने मोबाइल पर पहले हमारा नम्बर ९८२७३ ६०३६० सुरक्षित कर लें फिर उस पर अपना नाम और कृपया मुझे जोड़ें लिखकर हमें भेजें…

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *