
डॉ. प्रताप मोहन “भारतीय”
ओमेक्स पार्क- वुड-बद्दी
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दीवार बंटवारा
करती है।
दो लोगों को
अलग-अलग करती है।
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काम ऐसे करें कि आपस में
दीवार न पड़ जाय।
अच्छा भला रिश्ता
खाक में न मिल जाय।
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टूटे धागे को जोड़ने
पर उसमें गठन पड़ती है।
दो दिलों के बीच की
दीवार बड़ी मुश्किल से हटती हैं।
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प्यार में विश्वास
जरूरी है।
उसके बिना दिल की
दास्तान अधूरी है।
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दो दिलों को अलग होकर
बंटना नहीं है।
दिलों के दरमियां
दीवार अच्छी नहीं है।
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तोड़ दो उस हर दीवार को
जो तुम्हारे रास्ते में आती है।
और तुम्हारी हसीन जिंदगी
को बर्बाद कर जाती है।
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परिचय : डॉ. प्रताप मोहन “भारतीय”
निवासी : चिनार-२ ओमेक्स पार्क- वुड-बद्दी
घोषणा : मैं यह शपथ पूर्वक घोषणा करता हूँ कि उपरोक्त रचना पूर्णतः मौलिक है।
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