
प्रीतम कुमार साहू
लिमतरा, धमतरी (छत्तीसगढ़)
********************
(छत्तीसगढ़ी स्तुति)
काल के महाकाल कहावय शिव शंकर महादेवा
भक्तनमन के भाग जागे जेन करे तोर सेवा ।।
अंग म राख, भभूत चुपरे बईला म करें सवारी
भूत,प्रेत अउ मरी मसान जम्मों तोर संगवारी।I
दानी नइ हे तोर असन कस हे सम्भू त्रिपुरारी
कतका तोर जस ल गावँव महिमा हे बड़भारी!!
गंगा हर तोर जटा म साधे, कहाय तँय जटाधारी
बघुवा के तँय खाल पहिरे जय हो डमरूधारी !!
गणेश अउ, कार्तिक लाल कहावय पार्वती सुवारी
तोर पउँरी म माथ नवावँय जम्मो नर अउ, नारी !!
असुर मन कतकोंन छलिस तोला सिधवा जान
हलाहल के पान करइय्या नीलकंठ भगवान !!
परिचय :- प्रीतम कुमार साहू (शिक्षक)
निवासी : ग्राम-लिमतरा, जिला-धमतरी (छत्तीसगढ़)।
घोषणा पत्र : मेरे द्वारा यह प्रमाणित किया जाता है कि मेरी यह रचना स्वरचित एवं मौलिक है।
आप भी अपनी कविताएं, कहानियां, लेख, आदि राष्ट्रीय हिन्दी रक्षक मंच पर अपने परिचय एवं छायाचित्र के साथ प्रकाशित करवा सकते हैं, राष्ट्रीय हिन्दी रक्षक मंच पर अपनी कविताएं, कहानियां, लेख, आदि प्रकाशित करवाने हेतु अपनी कविताएं, कहानियां, लेख, हिंदी में टाईप करके हमें hindirakshak17@gmail.com पर अणु डाक (मेल) कीजिये, अणु डाक करने के बाद हमे हमारे नंबर ९८२७३ ६०३६० पर सूचित अवश्य करें …
आपको यह रचना अच्छी लगे तो साझा अवश्य कीजिये और पढते रहे hindirakshak.com राष्ट्रीय हिन्दी रक्षक मंच से जुड़ने व कविताएं, कहानियां, लेख, आदि अपने चलभाष पर प्राप्त करने हेतु राष्ट्रीय हिन्दी रक्षक मंच की इस लिंक को खोलें और लाइक करें
hindi rakshak manch
… राष्ट्रीय हिन्दी रक्षक मंच का सदस्य बनने हेतु अपने चलभाष पर पहले हमारा चलभाष क्रमांक ९८२७३ ६०३६० सुरक्षित कर लें फिर उस पर अपना नाम और कृपया मुझे जोड़ें लिखकर हमें भेजें…
.