Saturday, September 21राष्ट्रीय हिन्दी रक्षक मंच पर आपका स्वागत है... अभी सम्पर्क करें ९८२७३६०३६०

समय ही समय पर आदमी को नाम देता है

गोपाल मोहन मिश्र
लहेरियासराय, दरभंगा (बिहार)

********************

समय ही समय पर आदमी को नाम देता है।
समय ही आदमी को, कर गुमनाम देता है।।

वक्त बदले अच्छा तो, तुम मगरूर मत होना।
आदमी को गिराता वक्त, बहुत गरूर का होना।।
समय की ताकत समझो, ये कर नीलाम देता है।
समय ही समय पर आदमी को नाम देता है।।

कुछ लोग वक्त के साथ, अभिमानी हो जाते हैं।
कुछ लोग समय के अनुभव से, ज्ञानी हो जाते हैं।।
जो वक्त से सीखते, वक्त ही उनको ईनाम देता है।
समय ही समय पर आदमी को नाम देता है।।

वक्त में ताकत है, हाथों की लकीर बदलने की।
समय में शक्ति है, आदमी की तकदीर बदलने की।।
समय हीआदमी को, पहचान और सलाम देता है।
समय ही समय पर आदमी को नाम देता है।।

समय का नियम कि, समय कभी रुकता नहीं है।
समय की मिसाल है कि, कभी झुकता नहीं है।।
समय अपने अनादर पर, नाम बदनाम देता है।
समय ही समय पर आदमी को नाम देता है।।

परिचय :-  गोपाल मोहन मिश्र
निवासी : लहेरियासराय, दरभंगा (बिहार)
घोषणा पत्र : मैं यह प्रमाणित करता हूँ कि सर्वाधिकार सुरक्षित मेरी यह रचना, स्वरचित एवं मौलिक है।

आप भी अपनी कविताएं, कहानियां, लेख, आदि राष्ट्रीय हिन्दी रक्षक मंच पर अपने परिचय एवं छायाचित्र के साथ प्रकाशित करवा सकते हैं, राष्ट्रीय हिन्दी रक्षक मंच पर अपनी कविताएं, कहानियां, लेख, आदि प्रकाशित करवाने हेतु अपनी कविताएं, कहानियां, लेख, हिंदी में टाईप करके हमें hindirakshak17@gmail.com पर अणु डाक (मेल) कीजिये, अणु डाक करने के बाद हमे हमारे नंबर ९८२७३ ६०३६० पर सूचित अवश्य करें …🙏🏻

आपको यह रचना अच्छी लगे तो साझा अवश्य कीजिये और पढते रहे hindirakshak.com राष्ट्रीय हिन्दी रक्षक मंच से जुड़ने व कविताएं, कहानियां, लेख, आदि अपने चलभाष पर प्राप्त करने हेतु राष्ट्रीय  हिन्दी रक्षक मंच की इस लिंक को खोलें और लाइक करें 👉 👉 hindi rakshak manch  👈… राष्ट्रीय हिन्दी रक्षक मंच का सदस्य बनने हेतु अपने चलभाष पर पहले हमारा चलभाष क्रमांक ९८२७३ ६०३६० सुरक्षित कर लें फिर उस पर अपना नाम और कृपया मुझे जोड़ें लिखकर हमें भेजें…🙏🏻.

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *