Thursday, November 21राष्ट्रीय हिन्दी रक्षक मंच पर आपका स्वागत है... अभी सम्पर्क करें ९८२७३६०३६०

थोड़ा खुश हो लेते हैं

श्रीमती क्षिप्रा चतुर्वेदी
लखनऊ (उत्तर प्रदेश)
********************

चलो आज से थोड़ा
थोड़ा खुश होते हैं,
मन की दहलीज पर
नई उम्मीदें सजाते हैं!
बाहरी दुनिया से
क्यूँ आस लगाना
खुद से खुद में
उमंग भरते हैं!!
जितने भी घाव
मिले अब तक
मरहम बन दवा
उनकी ढूंढते हैं ,
सूकून मिले
अब दिल को
दर्द का दामन
छोड़ देते हैं!!
कल तक झुठलाया
था जिन राहों को
पथरीली समझ कर,
आज उन्हीं राहों
से रूबरू होते हैं!!
दुःस्वप्न था
जो दुःखद था,
अब मुस्कराहटों से
नाता जोड़ लेते हैं !!
हर एक जीव में
रब है, खुदा है,
ईश् और ईश्वर भी है,
इंसान बन, इनकी
तकलीफों को कुछ
कम करते हैं
इनके मासूम,
निःस्वार्थ प्रेम में
अपने आप को
सराबोर करते हैं
प्रभु की अनमोल
भेट है ये प्रकृति
ये जीव, ये जीवन
इनमे खुशियां बांट
स्वयं में बसे परमात्मा
से मुलाकात करते हैं!
चलो आज थोड़ा खुश होते हैं!!

परिचय :- श्रीमती क्षिप्रा चतुर्वेदी
पति : श्री राकेश कुमार चतुर्वेदी
जन्म : २७ जुलाई १९६५ वाराणसी
शिक्षा : एम. ए., एम.फिल – समाजशास्त्र, पी.जी.डिप्लोमा (मानवाधिकार)
निवासी : लखनऊ (उत्तर प्रदेश)
सम्मान : राष्ट्रीय हिंदी रक्षक मंच इंदौर द्वारा “जीवदया अंतर्राष्ट्रीय सम्मान २०२४” से सम्मानित
विशेष : साहित्यिक पुस्तकें पढ़ने के शौक ने लेखन की प्रेरणा दी और विगत ६-७ वर्षों से अपनी रचनाधर्मिता में संलग्न हैं।
घोषणा पत्र : मैं यह प्रमाणित करती हूँ कि सर्वाधिकार सुरक्षित मेरी यह रचना, स्वरचित एवं मौलिक है।


आप भी अपनी कविताएं, कहानियां, लेख, आदि राष्ट्रीय हिन्दी रक्षक मंच पर अपने परिचय एवं छायाचित्र के साथ प्रकाशित करवा सकते हैं, राष्ट्रीय हिन्दी रक्षक मंच पर अपनी कविताएं, कहानियां, लेख, आदि प्रकाशित करवाने हेतु अपनी कविताएं, कहानियां, लेख, हिंदी में टाईप करके हमें hindirakshak17@gmail.com पर अणु डाक (मेल) कीजिये, अणु डाक करने के बाद हमे हमारे नंबर ९८२७३ ६०३६० पर सूचित अवश्य करें …🙏🏻

आपको यह रचना अच्छी लगे तो साझा अवश्य कीजिये और पढते रहे hindirakshak.com राष्ट्रीय हिन्दी रक्षक मंच से जुड़ने व कविताएं, कहानियां, लेख, आदि अपने चलभाष पर प्राप्त करने हेतु राष्ट्रीय  हिन्दी रक्षक मंच की इस लिंक को खोलें और लाइक करें 👉 👉 hindi rakshak manch  👈… राष्ट्रीय हिन्दी रक्षक मंच का सदस्य बनने हेतु अपने चलभाष पर पहले हमारा चलभाष क्रमांक ९८२७३ ६०३६० सुरक्षित कर लें फिर उस पर अपना नाम और कृपया मुझे जोड़ें लिखकर हमें भेजें…🙏🏻.

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *