अंजनी कुमार चतुर्वेदी
निवाड़ी (मध्य प्रदेश)
********************
भाई बहन के मधुर प्यार का,
दूज पर्व है पावन।
जैसे बारिश में आता है,
रक्षाबंधन सावन।
भाई दूज कहाती है यह,
तिलक भाल पर लगता।
भाई -बहन का सघन प्यार ही,
अतुल नेह में पगता।
तिलक लगा आरती उतारें,
उसकी खैर मनायें।
भैया भाभी रहें प्यार से,
घर को स्वर्ग बनायें।
घर आँगन में खेलें बच्चे,
माता-पिता सुखी हों।
परिजन पुरिजन सारे रिश्ते,
फूलें सूर्यमुखी हों।
सजा आरती टीका करतीं,
खूब बलईंयाँ लेतीं।
खुशी रहे परिवार भाई का,
भर आशीषें देतीं।
दूज पूजकर सारी बहनें,
माथे तिलक लगातीं।
करें आरती स्वयं भाइ की,
मंगल थाल सजातीं।
लंबी उम्र मिले भाई को,
प्रभु से विनती करतीं।
हो पीहर खुशहाल हमारा,
मन उमंग से भरतीं।
दे उपहार भाइ,बहनों को,
आशीषें लेता है।
सारे जीवन भर रक्षा का,
वचन वही देता है।
भाई बहन का प्यार अमर हो,
कभी ना आए बाधा।
इस रिश्ते की लाज हमेशा,
रखें लाडली राधा।
जब तक गंगा में गंगा जल,
की हो निर्मल धारा।
नेह प्यार विश्वास भरा हो,
भाई दूज यह प्यारा।
परिचय :– अंजनी कुमार चतुर्वेदी
निवासी : निवाड़ी (मध्य प्रदेश)
शिक्षा : एम.एस.सी एम.एड स्वर्ण पदक प्राप्त
सम्प्रति : वरिष्ठ व्याख्याता शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय क्रमांक २ निवाड़ी
घोषणा पत्र : मैं यह प्रमाणित करता हूँ कि सर्वाधिकार सुरक्षित मेरी यह रचना, स्वरचित एवं मौलिक है।
आप भी अपनी कविताएं, कहानियां, लेख, आदि राष्ट्रीय हिन्दी रक्षक मंच पर अपने परिचय एवं छायाचित्र के साथ प्रकाशित करवा सकते हैं, राष्ट्रीय हिन्दी रक्षक मंच पर अपनी कविताएं, कहानियां, लेख, आदि प्रकाशित करवाने हेतु अपनी कविताएं, कहानियां, लेख, हिंदी में टाईप करके हमें hindirakshak17@gmail.com पर अणु डाक (मेल) कीजिये, अणु डाक करने के बाद हमे हमारे नंबर ९८२७३ ६०३६० पर सूचित अवश्य करें …🙏🏻
आपको यह रचना अच्छी लगे तो साझा अवश्य कीजिये और पढते रहे hindirakshak.com राष्ट्रीय हिन्दी रक्षक मंच से जुड़ने व कविताएं, कहानियां, लेख, आदि अपने चलभाष पर प्राप्त करने हेतु राष्ट्रीय हिन्दी रक्षक मंच की इस लिंक को खोलें और लाइक करें 👉 hindi rakshak manch 👈… राष्ट्रीय हिन्दी रक्षक मंच का सदस्य बनने हेतु अपने चलभाष पर पहले हमारा चलभाष क्रमांक ९८२७३ ६०३६० सुरक्षित कर लें फिर उस पर अपना नाम और कृपया मुझे जोड़ें लिखकर हमें भेजें…🙏🏻