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मेरी माटी मेरा देश

धर्मेन्द्र कुमार श्रवण साहू
बालोद (छत्तीसगढ़)
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मेरी माटी मेरा देश ..
भारत का यही संदेश ..
आओ मिल-जुल गाओ जी ..
भारत का मान बढ़ाओ जी ..

अमर शहीदों के कुर्बानी से,
मिली है हमें आजादी जी।
जय हिंद के नारा लगाकर,
अमृत उत्सव मनाओ जी।

तिरंगा का तो प्रतीक है,
आन, बान और शान जी।
आओ इन्हें नमन करें हम,
भारतवासी हिंदुस्तान जी।

मानव बनकर मानवता का,
भाईचारा का भाव गढ़ों।
इंसान बनकर इंसानियत का,
देशप्रेम का पाठ पढ़ो।

हिंदु मुस्लिम सिक्ख इसाई,
संस्कृति का संवर्धन करो।
जन-गण-मन गान कर सब,
राष्ट्रीयता का पहचान करो।

परिचय :- धर्मेन्द्र कुमार श्रवण साहू
निवासी : भानपुरी, वि.खं. – गुरूर, पोस्ट- धनेली, जिला- बालोद छत्तीसगढ़
कार्यक्षेत्र : शिक्षक
घोषणा पत्र : मैं यह प्रमाणित करता हूँ कि मेरी यह रचना स्वरचित एवं मौलिक है।


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