Friday, November 22राष्ट्रीय हिन्दी रक्षक मंच पर आपका स्वागत है... अभी सम्पर्क करें ९८२७३६०३६०

ममता की मुरत

कु. आरती सिरसाट
बुरहानपुर (मध्यप्रदेश)

********************

ममता की मुरत है….!
प्यारी सी
जिसकी सुरत है….!!
पल पल रहती
जिसकी जरूरत है….!!!
माँ से ही तो दुनिया
ये इतनी खूबसूरत है….!!!!

त्याग की देवी
जिसे हम कहते है….!
साये में जिसके
हम रहते है….!!
संतान के दर्द में आँसू
जिसके बहते है….!!!
सम्भाल कर रखना
तुम उसे, अनमोल है माँ,
हम कहते है….!!!!

करूणा का
बहता सागर है….!
जीवन का
रहता सार है….!!
प्रभु का कहता
विस्तार है….!!!
माँ से ही बनता
ये संसार है….!!!!

पवन में पुरवाई है….!
राग में जो सहनाई है….!!
लक्ष्मी का रूप
लेकर आई है….!!!
संग अपने खुशियों की
सौगात लाई है….!!!!

परिचय :- कु. आरती सुधाकर सिरसाट
निवासी : ग्राम गुलई, बुरहानपुर (मध्यप्रदेश)
घोषणा पत्र : मैं यह प्रमाणित करती हूँ कि सर्वाधिकार सुरक्षित मेरी यह रचना, स्वरचित एवं मौलिक है।


आप भी अपनी कविताएं, कहानियां, लेख, आदि राष्ट्रीय हिन्दी रक्षक मंच पर अपने परिचय एवं छायाचित्र के साथ प्रकाशित करवा सकते हैं, राष्ट्रीय हिन्दी रक्षक मंच पर अपनी कविताएं, कहानियां, लेख, आदि प्रकाशित करवाने हेतु अपनी कविताएं, कहानियां, लेख, हिंदी में टाईप करके हमें hindirakshak17@gmail.com पर अणु डाक (मेल) कीजिये, अणु डाक करने के बाद हमे हमारे नंबर ९८२७३ ६०३६० पर सूचित अवश्य करें …🙏🏻

आपको यह रचना अच्छी लगे तो साझा अवश्य कीजिये और पढते रहे hindirakshak.com राष्ट्रीय हिन्दी रक्षक मंच से जुड़ने व कविताएं, कहानियां, लेख, आदि अपने चलभाष पर प्राप्त करने हेतु राष्ट्रीय  हिन्दी रक्षक मंच की इस लिंक को खोलें और लाइक करें 👉 👉 hindi rakshak manch  👈… राष्ट्रीय हिन्दी रक्षक मंच का सदस्य बनने हेतु अपने चलभाष पर पहले हमारा चलभाष क्रमांक ९८२७३ ६०३६० सुरक्षित कर लें फिर उस पर अपना नाम और कृपया मुझे जोड़ें लिखकर हमें भेजें…🙏🏻.

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *