इंदौर म.प्र.। राष्ट्रीय हिन्दी रक्षक मंच एवं दिव्योत्थान एजुकेशन एंड वेलफ़ेयर सोसायटी के सँयुक्त तत्वावधान में राष्ट्रीय हिन्दी रक्षक मंच के पोर्टल hindirakshak.com की एक करोड़ पाठक संख्या का महोत्सव के तहत एवं दिव्यांग भाई बहनों के सहायतार्थ “हिन्दी गौरव राष्ट्रीय सम्मान २०२२” कार्यक्रम मध्यभारत हिंदी साहित्य समिति इंदौर, पुस्तकालय के सभागृह में आयोजित किया गया।
राष्ट्रीय हिन्दी रक्षक मंच के सम्मान समारोह में मुख्य रूप से प.पू. गो. १०८ दिव्येशकुमारजी महाराज श्री इंदौर (नाथद्वारा), मुख्य अतिथि वरिष्ठ साहित्यकार एवं देवपुत्र पत्रिका के प्रधान सम्पादक श्री कृष्णकुमारजी अष्ठाना, कार्यक्रम के अध्यक्ष हिन्दी साहित्य अकादमी भोपाल के निदेशक श्री विकासजी दवे, विशिष्ट अतिथि कुशाभाऊ ठाकरे विश्वविद्यालय रायपुर, छत्तीसगढ़ के पूर्व कुलपति महोदय प्रो.डॉ. मानसिंहजी परमार एवं रेनेसां विश्वविद्यालय सांवेर रोड़ इंदौर के कुलपति महोदय डॉ. राजेश जी दीक्षित थे। कार्यक्रम माँ सरस्वती के पूजन, माल्यार्पण एवं श्री शरदजी जोशी “शलभ” की ओजस्वी वाणी में सरस्वती वंदना से आरम्भ हुआ। कार्यक्रम में अतिथियों का परिचय निरुपमा त्रिवेदी ने दिया। हिन्दीरक्षक डॉट कॉम की प्रधान सम्पादक प्रो.डॉ. दीपमाला गुप्ता ने अतिथियों का स्वागत प्रतीक चिन्ह देकर किया वहीँ राष्ट्रीय हिन्दी रक्षक मंच के संस्थापक, हिन्दीरक्षक डॉट कॉम के सम्पादक व कार्यक्रम के संयोजक पवन मकवाना (हिंदी रक्षक) ने शाल-श्रीफल देकर पधारे अतिथियों का अभिवादन किया।
अतिथियों को उद्बोधन हेतु आमंत्रित करते हुए संस्था के संस्थापक पवन मकवाना (हिंदी रक्षक) ने अतिथियों के सामने साहित्यकारों के हित की बात रखते हुए सहित्यकारों के साथ होने वाली आकस्मिक घटना, दुर्घटना में त्वरित सहायता राशि प्रदान करने हेतु योजना लाने का प्रस्ताव मंच के माध्यम से हिंदी सहित अकादमी के निदेशक डॉ. विकास जी दवे के समक्ष रखी जिसका सभी साहित्यकारों ने करतल ध्वनि से समर्थन किया। प.पू. गो. १०८ दिव्येशकुमारजी महाराज श्री इंदौर (नाथद्वारा) ने अपने उद्बोधन में धर्म और साहित्य को एक दूसरे का पूरक बताया। मुख्य अतिथि वरिष्ठ साहित्यकार एवं देवपुत्र पत्रिका के प्रधान सम्पादक श्री कृष्णकुमारजी अष्ठाना हिन्दी और हमारी संस्कृति को बचाए रखने और भाषायी जटिलताओं और समस्याओं के निवारण की बात की। साथ ही संस्था और दिव्योत्थान एजुकेशनल एंड वेलफ़ेयर सोसाइटी के द्वारा दिव्यांगों के प्रति किये जा रहे कार्यो की सराहना की। विशिष्ट अतिथि हिन्दी साहित्य अकादमी भोपाल के निदेशक श्री विकासजी दवे ने हिन्दी और संस्कृति को बचाए रखने हेतु अंग्रेजी की कविता का हिंदी में अनुवाद करके कविता के माध्यम से भारतीय संस्कृति में निहित नैतिक मूल्यों के साथ जोड़कर हमारी संस्कृति व पाश्चात्य संस्कृति में अंतर समझाते हुए भारतीय संस्कृति की श्रेष्ठता की ओर ध्यानाकर्षित किया एवं राष्ट्रीय हिन्दी रक्षक मंच और दिव्योत्थान संस्था के कार्यो की सराहना की व अपने अमूल्य सुझाव दिए।
इस सम्मान समारोह में विशेष रूप से सूरत (गुजरात), हापुड़ (उत्तर प्रदेश), जम्मू कश्मीर, बारां (राजस्थान), भोपाल, जतरा-टीकमगढ़, शिमला (हिमाचल प्रदेश), रतलाम (म.प्र.), कोट्ट्यम (केरला), बरपाली, बरगढ़ (उड़ीसा), लखनऊ (उत्तर प्रदेश), नासिक (महाराष्ट्र), राजगढ़ (म.प्र.), पुणे (महाराष्ट्र), बानूर, बैतूल (म.प्र), महू, रोहतक (हरियाणा), मुंगेली (छत्तीसगढ़), झाबुआ (म.प्र.), नरसिंहपुर, उज्जैन, धार, इंदौर अदि शहरों व प्रदेशों से आए कई साहित्यकारों, शिक्षाविदों, और समाजसेवियों को अपने क्षेत्र में हिन्दी भाषा में उत्कृष्ट कार्य करने वाली देश की ४० प्रतिभाओं को शाल, श्रीफल, स्मृति चिन्ह एवं प्रशंसा पत्र देकर “हिन्दी गौरव राष्ट्रीय सम्मान २०२२” से सम्मानित किया गया।
सम्मान समारोह में जीवनपर्यंत साहित्य सेवा सम्मान २०२२ वरिष्ठ साहित्यकार श्री शरद जी जोशी “शलभ” निवासी धार (म.प्र.) एवं वरिष्ठ साहित्यकार, मालवी बोली की वरिष्ठ रचनाकार श्रीमती माया मालवेंद्र जी बदेका “नारायणी” निवासी उज्जैन (म.प्र.) को दिया गया साथ ही श्रेष्ठ मंच संचालन व पद्य विधा में उत्कृष्ट लेखन हेतु श्रीमती निरुपमा त्रिवेदी इंदौर को सम्मानित किया गया। कार्यक्रम के अंत में राष्ट्रीय हिन्दी रक्षक मंच के संस्थापक एवं हिन्दीरक्षक डॉट कॉम के सम्पादक व कार्यक्रम के संयोजक पवन मकवाना (हिंदी रक्षक) ने अतिथियों का आभार प्रदर्शन कर सम्मानित हुए साहित्यकारों को शुभकामनाएं प्रेषित की। तत्पश्चात पधारे अतिथियों व सभागृह में विराजे प्रबुद्धजनों ने स्वादिष्ट भोजन आनंद लिया।
हिंदी गौरव राष्ट्रीय सम्मान २०२२ में सम्मानित साहित्यकारों की सूची
०१ श्रीमती माया बदेका “नारायणी” उज्जैन (म.प्र.)
०२ श्री शरद जोशी “शलभ” धार (मध्य प्रदेश)
०३ श्रीमती मालती खलतकर इंदौर (मध्य प्रदेश)
०४ श्रीमती आशा जाकड़ इंदौर (मध्य प्रदेश)
०५ श्रीमती सुलभा राजपूत सूरत (गुजरात)
०६ श्री प्रभात कुमार “प्रभात” हापुड़ (उत्तर प्रदेश)
०७ श्री शशांक कुलकर्णी (जम्मू कश्मीर)
०८ श्री गुरुदिन वर्मा “आजाद” बारां (राजस्थान)
०९ श्रीमती कीर्ति गौर इंदौर (म.प्र.)
१० श्रीमती दीप्ता नेमा इंदौर (म.प्र.)
११ श्री सतीशचंद्र श्रीवास्तव भोपाल
१२ श्री राम कुमार प्रजापति जतरा- टीकमगढ़ (मध्य प्रदेश)
१३ डॉ. कुंवर दिनेश सिंह शिमला (हिमाचल प्रदेश)
१४ श्री शिव चौहान रतलाम (म.प्र.)
१५ बिजिना टी. कोट्ट्यम (केरला)
१६ श्रीमती रेनू अग्रवाल बरपाली, बरगढ़ (उड़ीसा)
१७ श्रीमती निरुपमा मेहरोत्रा (लखनऊ)
१८ डॉ. राजाराम शेवाले (नासिक)
१९ श्री जितेन्द्र गौड़ राजगढ़ (म.प्र.)
२० श्री शिव चौहान रतलाम (म.प्र.
२१ डॉ. कुंवर दिनेश सिंह शिमला (हिमाचल प्रदेश)
२२ डॉ. वासिफ काज़ी इंदौर (म.प्र.)
२३ विभा पांडेय पुणे (महाराष्ट्र)
२४ सुरेखा सिसौदिया इंदौर (म.प्र.)
२५ हरिदास बड़ोले “हरिप्रेम” बानुर, बैतूल (म.प्र)
२६ श्रीमती मित्र शर्मा महू
२७ श्री राजेंद्र झाला बाग़, तह. कुक्षी जिला धार
२८ श्री सुरेश जांगड़ा रोहतक (हरियाणा)
२९ श्री देव प्रसाद पात्रे मुंगेली (छत्तीसगढ़)
३० श्रीमती स्नेह श्रीवास्तव इंदौर (म.प्र.)
३१ श्रीमती रीमा ठाकुर राणापुर, झाबुआ (म.प्र.)
३२ श्रीमती गायत्री ठाकुर “सक्षम” नरसिंहपुर
३३ श्रीमती मनीषा व्यास इंदौर (म.प्र.)
३४ श्रीमती निरुपमा त्रिवेदी इंदौर (म.प्र.)
३५ श्री राजीव आचार्य लखनऊ (उत्तर प्रदेश)
आप भी अपनी कविताएं, कहानियां, लेख, आदि राष्ट्रीय हिन्दी रक्षक मंच पर अपने परिचय एवं छायाचित्र के साथ प्रकाशित करवा सकते हैं, राष्ट्रीय हिन्दी रक्षक मंच पर अपनी कविताएं, कहानियां, लेख, आदि प्रकाशित करवाने हेतु अपनी कविताएं, कहानियां, लेख, हिंदी में टाईप करके हमें hindirakshak17@gmail.com पर अणु डाक (मेल) कीजिये, अणु डाक करने के बाद हमे हमारे नंबर ९८२७३ ६०३६० पर सूचित अवश्य करें …🙏🏻
आपको यह रचना अच्छी लगे तो साझा अवश्य कीजिये और पढते रहे hindirakshak.com राष्ट्रीय हिन्दी रक्षक मंच से जुड़ने व कविताएं, कहानियां, लेख, आदि अपने चलभाष पर प्राप्त करने हेतु राष्ट्रीय हिन्दी रक्षक मंच की इस लिंक को खोलें और लाइक करें 👉 hindi rakshak manch 👈… राष्ट्रीय हिन्दी रक्षक मंच का सदस्य बनने हेतु अपने चलभाष पर पहले हमारा चलभाष क्रमांक ९८२७३ ६०३६० सुरक्षित कर लें फिर उस पर अपना नाम और कृपया मुझे जोड़ें लिखकर हमें भेजें…🙏🏻