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सूरज देता है

संजय जैन
मुंबई (महाराष्ट्र)
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सूरज की किरणें प्रकाश देती है।
जीवो को जीने की ऊर्जा देती है।
भूमि की नमी को दूर करती है।
और फसलों को पकाती है।।

दिन रात का अंतर हम लोग।
सूर्य के प्रकाश से लगाते है।
अंधरो में रोशनी फेलते दिखते है।
और भू मंडल का खिला रूप देखते है।।

सभी को सूरज की जरूरत होती है।
ऋतुओं की गणना सूरज से होती है।
मौसम का मिजाज सूरज बताता है।
इसलिए सूर्य के बिना दिन नहीं होगा।।

भारत में सूरज को सभी
भगवान का दर्जा देते है।
तभी तो हर चीज की गणना
सूर्य उदय से करते है।
इसलिए सुबह सबसे पहले
सूर्य को जल अर्पण करते है।
और अपने दिन की शुरुआत करते है
फिर सुख शांति और नई ऊर्जा पाते है।।

परिचय :- बीना (मध्यप्रदेश) के निवासी संजय जैन वर्तमान में मुम्बई में कार्यरत हैं। करीब २५ वर्ष से बम्बई में पब्लिक लिमिटेड कंपनी में मैनेजर के पद पर कार्यरत श्री जैन शौक से लेखन में सक्रिय हैं और इनकी रचनाएं राष्ट्रीय हिंदी रक्षक मंच (hindirakshak.com) सहित बहुत सारे अखबारों-पत्रिकाओं में प्रकाशित होते रहती हैं। ये अपनी लेखनी का जौहर कई मंचों पर भी दिखा चुके हैं। इसी के चलते कई सामाजिक संस्थाओं द्वारा इन्हें सम्मानित किया जा चुका है। आप मुम्बई के नवभारत टाईम्स में ब्लॉग भी लिखने के साथ-साथ मास्टर ऑफ़ कॉमर्स की शैक्षणिक योग्यता रखने वाले संजय जैन कॊ लेख,कविताएं और गीत आदि लिखने का बहुत शौक है, आप लिखने-पढ़ने के ज़रिए सामाजिक गतिविधियों में भी हमेशा सक्रिय रहते हैं।
घोषणा पत्र : मैं यह प्रमाणित करता हूँ कि सर्वाधिकार सुरक्षित मेरी यह रचना, स्वरचित एवं मौलिक है।


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